जांघ की चमड़ी निकलवाकर मां के लिये बनवाई चरण पादूका -कलयुग में बेटे का प्रेम देख मां की आंखों से निकले आंसू
दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। कलयुग के समय में बुधवार को एक ऐसा मामला सामने आया जिसे देख मां-बेटे की आंखों से आंसू तो निकले, देखने वाले भी भावुक हो गये। ऐसे समय में जहां बेटे अपने माता-पिता को बेसहारा छोड़ देते है, वहीं एक बेटे ने अपनी जांघ की चमड़ी कटवा कर मां के पैरों के लिये चरण पादूका बना दी। बेटे का प्रेम देख मां की आंखों से आंसू निकल आये।
ढांचा भवन में रहने वाले रौनक गुर्जर ने कुछ समय संकल्प लिया था कि अपनी मां के लिए कुछ अलग करेंगा। मां के प्रति लगवा और प्रेम के चलते रौनक ने अपनी जांघ की चमड़ी से मां निर्मला गुर्जर के लिए चरण पादुका बनावा दी। जिसके लिये उसने सर्जरी करावाई। बुधवार उसने अपने द्वारा ढांचा भवन में करवाई जा रही भागवत कथा में चमड़ी से बनी चरण पादूका मां का उपचार स्वरूप भेंट की। यह देख मां की आंखों से आंसू निकल आये, उन्होने बेटे को गले से लगा लिया। नजारा देख वहां मौजूद भी लोग भी भावूक हो गये। रौनक गुर्जर ने बताया कि बताया कि मैं रामायण का पाठ करता हूं और प्रभु राम के चरित्र से प्रभावित हूं। भगवान राम ने ही कहा है कि अपनी मां के लिए चमड़े से खडाऊ भी बनवा दे तो कम है बस इसी बात को लेकर मेरे मन मे ख्याल आया और मां के लिए चरण पादुका बनवाकर भेंट कर दी।
हिस्ट्रीशिटर बदमाश रह चुका है रौनक
एक समय में रौनक गुर्जर हिस्ट्रीशिटर बदमाश हुआ करता था। उसका नाम सुनते ही हर कोई खौफ में आ जाता था। कुछ साल पहले पुलिस ने उसके पैर में गोली मारकर पकड़ा था। रौनक का उपचार कराने के बाद उसे पुलिस ने जेल भी भेजा गया था। जहां से छूटने के बाद उसने अपराध जगत से तौबा कर ली और धार्मिक-सामाजिक कार्यो में लीन हो गया। वर्तमान में वह ढांचा भवन पुरानी टंकी के पास ग्राउंड में 14 से 21 मार्च तक भगवात कथा आयोजित कर रहा है। रौनक का कहना है कि जाने-अनजाने में कई ऐसे अपराध किये है, जिससे मां के दिल को ठेस पहुंची है। उन सबका प्रायश्चित कर लिया है। अब अपराध की दुनिया को पीछे छोड़ आया हूं।