भाजपा प्रदेश की सभी 29 सीट जीत रही, छिंदवाड़ा पर विशेष फोकस- विजयवर्गीय
इंदौर। बयानों की वजह से अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मोहन सरकार के केबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय मालवा-निमाड़ क्षेत्र की सीटों के साथ ही वे छिंदवाड़ा सहित कांग्रेस के प्रभाव वाली लोकसभा सीटों की घेराबंदी में जुटे हैं।
बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल किए जाने के अभियान को भी वे सही ठहराते हुए कहते हैं कांग्रेसी अपने नेतृत्व से निराश हैं। जब पूरा देश श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से हर्षित हो और कांग्रेस नेतृत्व निमंत्रण मिलने के बाद भी आयोजन में नहीं जाए तो विचारवान कांग्रेसियों में निराशा होगी ही। ऐसी स्थिति में वे कहीं तो जाएंगे ही। अच्छा है भाजपा के साथ जुड़कर ही देशसेवा के कार्य में जुटें।
मंत्री विजयवर्गीय का कहना है कि विपक्ष की स्थिति क्या है ये सभी देख ही रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास, गरीब कल्याण योजनाओं, किसानों के सशक्तिकरण के लिए बनी योजनाओं और बेरोजगारों को रोजगार देने की योजनाओं से समाज पर गहरा प्रभाव पड़ा है। समाज के हर वर्ग को कहीं न कहीं लाभ मिला है और उसका जीवन स्तर सुधरा है। इसीलिए देश उन्हें फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाहता है। मध्य प्रदेश में तो डबल इंजन की सरकार है तो लाभ ज्यादा मिलना तय है। डा. मोहन यादव की कुशल प्रशासनिक क्षमता के साथ केंद्र की योजनाओं का साथ है ही। हम प्रदेश की 29 में से 29 सीटें जीत रहे हैं।
मालवा- निमाड़ में लगातार सक्रिय
मंत्री विजयवर्गीय का कहना है कि मैं मालवा-निमाड़ में भी लगातार सक्रिय हूं, लेकिन छिंदवाड़ा पर भी विशेष फोकस है। जब वहां से कमलनाथ जी सांसद थे तब तक बात अलग थी लेकिन जब से नकुल नाथ मैदान में है उनके प्रति लोगों में बहुत गुस्सा है। जीतने के बाद न क्षेत्र में गए न विकास किया। हमें वहां ज्यादा कुछ करने की जरुरत ही नहीं है। नकुलनाथ के खिलाफ एंटीइंकम्बेंसी ही हमें हमें जीत दिलाएगी। छिंदवाड़ा हम अच्छे अंतर से जीतेंगे।
मोदी की योजना का लाभ हर आदिवासी के घर में
आदिवासी भाइयों में भी भाजपा के प्रति अनुराग है। एक घर भी अब ऐसा नहीं मिलेगा जहां प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी की योजना का लाभ नहीं पहुंचा हो। चाहे आदिवासी नेताओं के सम्मान की बात हो या उस समाज को नेतृत्व देना हो भाजपा ने हमेशा इनका ध्यान रखा है।
मैंने पहले भी कहा इंदौर में हम काफी बड़े अंतर से जीतेंगे। कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक अब है कहां? उनके कई नेता भाजपा में आ ही चुके हैं। कांग्रेसियों ने भी उनके नेताओं की विचारधारा को देख ही लिया है। मैं फिर कहता हूं हम 8 लाख मतों के अंदर से जीतेंगे।