इंदौर लोकसभा सीट पर बड़ा उलटफेर— कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम ने अचानक नामांकन वापस लिया, भाजपा में शामिल
दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आमने-सामने, धक्का- मुक्की, अफसरों को संभालना पड़ा मोर्चा
इंदौर। लोकसभा सीट, इंदौर पर आज बहुत बड़ा उलटफेर हो गया। इस बड़े घटनाक्रम में भाजपा के लिए प्रमुख चुनौती कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने न सिर्फ बतौर कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन वापस ले लिया बल्कि भाजपा में भी शामिल हो गए। कांग्रेस प्रत्याशी बम के नामांकन वापस लेते ही हड़कंप मच गया। भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। दोनों के बीच भारी धक्का मुक्की हुई, जिसे देखते हुए पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों को मोर्चा संभालना पड़ा। बताया जा रहा है कि कांग्रेस प्रत्याशी बम ने यह बड़ा कदम मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के समझाने पर उठाया है। गौरतलब है कि निर्वाचन कार्यालय ही नहीं बल्कि पूरे शहर में इस वक्त धारा 144 लगी हुई है। नामांकन वापस लिए जाने के बाद भाजपा अन्य विरोधियों के नामांकन वापस करवाने में सफल नहीं हो पाई, लिहाजा इंदौर में लोकसभा चुनाव करवाए जाएंगे। इंदौर में कांग्रेस के अक्षय कांति बम सहित 9 प्रत्याशियों ने नामांकन वापस ले लिया है। अब 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
गौरतलब है कि सोमवार को अक्षय कांति बम ने विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन वापस ले लिया, जिसके बाद भाजपा के सामने मुख्य चुनौती खत्म हो गई। कांति बम द्वारा नामांकन वापस लिए जाने के बाद कुछ निर्दलीय और अन्य उम्मीदवार भी कलेक्टर कार्यालय पहुंचना शुरू हो गए और अपने-अपने नामांकन वापस लेने में जुट गए थे।
भाजपा नेता नाम वापसी के प्रयास में जुटे रहे
कांग्रेस की चुनौती खत्म होने के बाद लोकसभा चुनाव निर्विरोध जीतने के लिए भाजपा के तमाम नेता एक्टिव हो गए। विधायक रमेश मेंदाला ने सभी प्रमुख व निगम के एमआईसी सदस्यों को इस काम में जुटा दिया और मनीष मामा, राजेंद्र राठौर सहित कई नेता नाम वापसी के कार्य में जुट गए, लेकिन पूरी तरह सफल नहीं हो सके।
विधानसभा प्रत्याशी रहे राजा मंधवानी भी भाजपा में
कांग्रेस के एक और बड़े नेता तथा पिछले विधानसभा चुनाव में विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 से कांग्रेस प्रत्याशी रहे राजा मंधवानी ने भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली।