सिस्टम का भी लाभ उठा रहे बिचौलिए

-जागृति के अभाव में सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बिचौलियों की कमीशन खोरी

 

-10 पेंशन योजनाओं में शहर में 24298 पेंशनधारी,लोक सेवा केंद्र एवं नगर निगम में होते हैं आवेदन

उज्जैन। नगर निगम से मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बिचौलियों की कमीशन खोरी चल रही है। पात्र हितग्राही को जानकारी के अभाव में ऐसे बिचौलिये उन्हें अपना शिकार बना रहे हैं। खास यह है कि ऐसे मामले सामने आ रहे हैं लेकिन लिखित रूप से शिकायत सामने नहीं आने पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। वृद्धावस्था पेंशन में 80 प्लस आयु के पेंशन धारियों का सत्यापन बराबर जारी है।

सामाजिक सुरक्षा पेंशन के सभी काम अब आनलाईन हो गए हैं। यहां तक की आवेदन से लेकर प्रकरण की स्वीकृति के पश्चात की कार्रवाई तक सब आनलाईन की गई है। ई केवायसी के तहत दस्तावेजों का पंजीयन किया जाने से एक व्यक्ति दो स्थानों से पेंशन ले ले यह भी संभव नहीं है। यह अलग मसला है कि अपात्रों ने बीपीएल की श्रेणी में नाम दर्ज करवा लिया है और वे इसके तहत सरकार को चूना लगा रहे हैं। इसमें बिचौलियों की भी अपनी दुकान लगी हुई है जो कमीशन के आधार पर पेंशन हितग्राही से नाल काटने में लगे हुए हैं। पेंशन के मामलों में बिचौलियों की मौजूदगी अब भी बनी हुई है।

ऐसे लेते हैं लाभ प्रोसेस का-

नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए आवेदक दो तरह से आवेदन कर सकते हैं।इसमें लोकसेवा केंद्र से आवेदन करने पर 40 रूपए का शुल्क आवेदक को देना पडता है और नगर निगम जोन कार्यालय में यह व्यवस्था नि:शुल्क रहती है। लोकसेवा केंद्र और नगर निगम जोन कार्यालयों से ही बिचौलिये बनाम दलालों का काम शुरू हो जाता है। आवेदन की जानकारी लगने पर ये उससे संपर्क करते हैं और उसे प्रोसेस को लेकर भय पैदा कर देते हैं। जागृति के अभाव में आवेदक इनके दबाव प्रभाव में आ जाता है और इनकी कमीशन खोरी का शिकार होता है। इसके बाद अगर बिचौलियों को कमीशन नहीं मिलता है तो वे पेंशन रूकवाने का हवाला देते हैं। पेंशन को लेकर संशोधन एवं आये दिन बदलाव करते हुए आधुनिक तरीके अपनाए जाने के चलते पेंशन साल में दो तीन बार देरी से दी जाती है । यहीं बिल्ली के भाग से छिका टूट जाता है और जागृति के अभाव में हितग्राही बिचौलिये को फिजूल में ही कमीशन देता है। कुछ दिनों में पेंशन आने पर बिचौलिये संबंधित हितग्राही पर अहसान जता देते हैं। हाल ही में अप्रेल माह में पेंशन देरी से ही हितग्राहियों के खाते में पहुंची। इससे पहले भी ई के वाय सी को लेकर कई हितग्राहियों को पेंशन  देरी से मिली।

हर माह 1-10 तारीख के बीच पेंशन-

नगर निगम पेंशन शाखा के सूत्रों का कहना है कि हर माह सभी प्रकार की पेंशन 1 से 10 तारीख के बीच सीधे बैंकों के माध्यम से हितग्राही के खाते में पहुंचती है। योजनावार बैंकों से खातों में पेंशन डलती है। ऐसे में तकनीकी परेशानियों के चलते इनके क्रम में उपर नीचे होने से दो चार दिन आगे पीछे की स्थिति बनती है लेकिन पेंशन हर माह ही दी जा रही है।

बिचौलिए हर अवसर को भूनाने लगे-

हाल यह है कि पेंशन योजना के बिचौलिये किसी भी अवसर को भूनाने से नहीं चुकते हैं। नगर निगम की पेंशन सेल में पात्र हितग्राहियों की सूची सार्वजनिक करने पर भी ये उसे भूना लेते हैं। पात्र हितग्राहियों के नाम पते की जानकारी लेकर उसके घर पहुंचकर एहसान जता देते हैं और नाम बता कर उसे भी भूना लेते हैं। यही कारण है कि हाल ही में परिवार पेंशन की सूची जारी कर पेंशन सेल में ही कार्यालय के अंदर ही चस्पा कर रखी गई है। इसकी पुष्टि पेंशन सेल के कर्मचारी भी करते हैं।

प्रचार –प्रसार के अभाव में बिचौलिए की सेंध-

पेंशनर आवेदक और हितग्राहियों को बिचौलिये कमीशन का इस लिए भी शिकार बना रहे हैं कि पेंशन को लेकर पर्याप्त प्रचार प्रसार का अभाव है। शहर के कुल 54 वाडर्‍ में से 13 वार्डों में ही कुल पेंशन धारियों का 90 प्रतिशत निवास करता है। प्रचार –प्रसार के अभाव में पात्र हितग्राहियों को जानकारी का अभाव रहता है और उसी का लाभ बिचौलिए अर्जित कर रहे हैं। पेंशन शाखा की गतिविधियों को पर्याप्त तौर पर प्रचारित प्रसारित होकर सामने न आना भी एक कारण है। पेंशन धारियों के लिए सेल की और से तमाम सूचनाएं प्रचार प्रसार के माध्यम में जारी होने पर बिचौलियों का पत्ता साफ किया जा सकता है लेकिन उदासीनता के चलते हितग्राहियों को जानकारी का अभाव होता है और बिचौलिए पूरी तरह से अपडेट होते हैं। उसी का लाभ वे अर्जित करते हैं।

स्वीकृत पेंशन हितग्राहियो की संख्यात्मक जानकारी

योजना का नाम                                 स्वीकृत पेशनरों की सख्या

दिव्यांग शिक्षा प्रोत्साहन सहायता राशि        377

समाजिकसुरक्षा वृद्धावस्थापेंशन                 752

समाजिकसुरक्षा निःशक्त पेंशन                 1852

मुख्य मंत्री कन्या अभिभावक पेंशन           234

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन            8354

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन              5981

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय निःशक्तपेंशन             207

मानसिक विकलांग / बहुविकलांग सहायता 851

मुख्यमंत्री कल्याणी पेंशन                      5446

मुख्यमंत्री अविवाहित पेंशन                   54

समाजिक सुरक्षा परित्यक्ता पेंशन            190

योग                                                  24298

स्त्रोत- नगर निगम पेंशन सेल,पेंशनरों की संख्या 13 फरवरी की स्थिति में है।