कलेक्टर की अनुमति के बिना नही हो सकेंगे अब खजराना मंदिर में दर्शन

 

गर्भ गृह की लेनी होगी अनुमति, अन्य प्रकार के लगेंगे शुल्क

इंदौर । महाकाल मंदिर और प्रदेश के अन्य मंदिरों की तरह, खजराना गणेश मंदिर में भी शीघ्र दर्शन के लिए दर्शन शुल्क लागू कर दिया गया है। बता दें कि, इंदौर का खजराना गणेश मंदिर विश्व प्रसिद्ध है, जहां रोजाना हजारों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। ऐसे अब खबर आ रही है कि, बप्पा के दर्शन के लिए अब शुल्क लगेगा।
बताया जा रहा है कि, यह नई व्यवस्था कलेक्टर आशीष सिंह और मंदिर प्रशासन की सहमति से शुरू की गई है। मिली जानकारी के अनुसार, अब प्रथम गैलरी से दर्शन के लिए आपको 50 रुपये शुल्क देना होगा। यदि आप दो लोग (पति-पत्नी) हैं तो शुल्क 100 रुपये होगा। बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं है।

 

इस व्यवस्था के लिए सीढ़ियों के पास ही एक काउंटर टेबल स्थापित किया गया है, जहां से आप रसीद कटाकर प्रथम गैलरी से भगवान के दर्शन कर सकते हैं। इस गैलरी के पीछे एक कॉमन गैलरी है, जहां से दर्शन के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। इस बारे में जानकारी देते हुए। मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि मंदिर में दुनियाभर से भक्त आते हैं।

 

कई बार बहुत अधिक संख्या होने की वजह से व्यवस्थाएं संभालने में दिक्कत होती है। दर्शन की व्यवस्था सुचारू रूप से चले इसके लिए यह नाममात्र का दर्शन शुल्क रखा गया है। इससे हमें दर्शन की व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। अशोक भट्ट ने बताया कि यह राशि सेवा कार्यों में उपयोग की जाती है। मंदिर में रोज हजारों भक्तों को निःशुक्ल भोजन कराया जाता है।

नाममात्र के शुल्क में डायलिसिस के मरीजों को उपचार दिया जाता है और थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी के बच्चों को निःशुल्क दवाएं वितरीत की जाती हैं।

अशोक भट्ट ने बताया कि गर्भगृह में मूर्ति के पास से दर्शन और पूजा के लिए कलेक्टर आशीष सिंह से अनुमति लेना होगी। बिना अनुमति के किसी को भी मंदिर के गर्भगृह में दर्शन नहीं दिया जाएगा। इसके लिए मंदिर आने से पहले ही कलेक्टर के यहां अनुमति का आवेदन लगाना होगा।