पंजीबद्ध 99 हजार से अधिक कृषक,खरीदी हुई 53 हजार  से

-रबी उपार्जन की अंतिम तिथि 20 मई,किसान संघ ने बढाने की मांग की

 

-तीन दिनों में शेष करीब 40 फीसदी कृषकों से कैसे होगी समर्थन मुल्य के तहत गेंहू खरीदी

उज्जैन। समर्थन मुल्य पर रबी उपार्जन में गेंहू विक्रय के लिए जिले के 99 हजार443 किसानों ने पंजीयन कराया था। पिछले डेढ महीने में इनमें से 53 हजार 351 किसानों ने 188 उपार्जन केंद्र पर 4 लाख 35 हजार 754 मेट्रिक टन गेंहू खरीदा गया है। जिले में अब भी करीब 40 फीसदी किसानों का गेंहू विक्रय से शेष है। रबी विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी  20 मई तक की जाना है।

 

 

जिले में अब तक रबी उपार्जन के तहत की गई खरीदी का कुल मुल्य रु.1045.28 करोड़  है, इसमें से  रु.1030.82 करोड़ की राशि का भुगतान किसानों को गुरूवार तक किया जा चुका है।

शासन आदेशअनुसार 20 मई तक समर्थन मुल्य की खरीदी की जाना है। इस बार बाजार में भाव अच्छे होने के कारण पंजीयन के बाद भी किसानों ने मंडी में भी जमकर गेंहू विक्रय किया है। समर्थन मूल्य की खरीदी से पहले ही मंडी में अच्छी आवक शुरू हो गई थी। इसके चलते कई कृषकों ने अपनी फसल मंडी में बेची है।

एक बार तारीख बढाई जाना चाहिए-भाकिसं

समर्थन मूल्य पर खरीदी के शेष 4 दिनों को लेकर भारतीय किसान संघ के प्रांतीय कार्यकारणी सदस्य आनंदसिंह आंजना बताते हैं कि इस बार अच्छे गेंहू के मंडी में भाव उंचे रहे हैं किसानों ने मंडी में सीधे माल बेचा है। इसके बाद भी चुनाव के कारण खरीदी का काम थोडा बहुत प्रभावित रहा है। हम चाहते हैं कि अंतिम किसान अगर अपनी फसल केंद्र पर बेचना चाहता है तो ऐसे में खरीदी के लिए कुछ केंद्रों पर तारीख बढाई जाना चाहिए। तहसील वार ऐसे केंद्र चयन किए जाएं जों तहसील के सभी छोर से नजदीक हों उन पर 10 दिनों के लिए खरीदी और बढाना चाहिए।

 

तारीख बढाने का निर्णय शासन स्तर से होगा-

रबी 2024-25 की खरीदी की एजेंसी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक है। बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशेष श्रीवास्तव बताते हैं कि खरीदी की तारीख बढाने का निर्णय शासन स्तर से ही होगा। हमारे केंद्रों पर शेष 4 दिन खरीदी जारी है। कृषकों नियमानुसार समय पर ही भूगतान किया जा रहा है।

स्लाट अनुसार 87 फीसदी किसान आ चुके हैं-

जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक नुजहत बकाई बताती हैं कि इस बार बाजार में अधिक मूल्य होने से कृषकों का रूझान बाजार की तरफ रहा है। केंद्रों की शुरूआत से पहले मंडी में रोज 25 हजार क्विंटल गेंहू बिका है। मंडी में 2600 से 2700 रूपए प्रति क्विंटल की बिकवाली हुई है। जो बचा वह गेंहुं हमारे केंद्रों पर बिकने आया । स्लाट बुकिंग के हिसाब से देखें तो 87 प्रतिशत किसान हमें केंद्रों पर गेंहू विक्रय कर जा चुके हैं। अब आवक बहुत ही कम हो गई है। किसानों को जहां दाम अच्छा मिला वहां उसने गेंहु बेचा है। जिले में स्थापित 188 केंद्रों में से कुछ केंद्रों को हम बंद कर चुके हैं। गुरूवार की स्थिति यह रही है कि पूरे जिले से मात्र 40 टन गेंहू की ही खरीदी हुई है। तकरीबन अधिकांश किसान से खरीदी की जा चुकी है।