इंदौर में संग्रहालय दिवस मनाया, कई प्राचीन मूर्तियों को दिन भर लोगों ने निहारा

 

इंदौर। शहर में 18 मई को अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया गया। इस दिन शहर के केन्द्रीय संग्रहालय सहित लालबाग में पुरातात्विक महत्व की प्रदर्शनियां भी लगाई गई। इस दिन केन्द्रीय संग्रहालय, राजवाड़ा और लालबाग में दर्शकों को नि:शुल्क प्रवेश दिया गया। केन्द्रीय संग्रहालय इन्दौर में आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ संभागायुक्त दीपक सिंह द्वारा किया। केंद्रीय संग्रहालय में पुरावशेष, सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष, हिंगलाजगढ़ की परमार कालीन प्रतिमाएं आदि से लेकर मुद्रा प्रचलन व होलकर कालीन मुद्राएं हैं। वर्तमान में यहां छोटी-बड़ी कुल 300 से ज्यादा मूर्तियां हैं। इंदौर के केंद्रीय संग्रहालय में सिंधु घाटी सभ्‍यता से लेकर होल्कर वंश तक के सिक्के मौजूद है साथ ही यहां कई ऐतिहासिक प्रतिमाएं और अभिलेख भी रखे हैं। विश्व संग्रहालय दिवस के मौके पर इतिहासकार, पुरातत्वविद सहित इस विषय मे रुचि रखने वाले लोग बड़ी संख्या में केंद्रीय संग्रहालय पहुँचे ओर प्रदर्शनी को निहारा इस दौरान लोगो में इतिहास की कई आकर्षक चीज़ों को देखने को लेकर उत्सुकता रही।

यूनेस्को का दर्जा दिलाने की पहल

प्रदर्शनी के शुभारंभ के बाद संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा कि कई ऐतिहासिक धरोहरों को केंद्रीय संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि इंदौर संभाग के अंतर्गत आने वाले बुरहानपुर के कुंडी भंडारा को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा दिया है। वहीं , मध्यप्रदेश शासन द्वारा मांडू की ऐतिहासिक इमारतों को यूनेस्को से वर्ल्ड हेरिटेज का दर्जा दिलाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।