पत्नी की मौत के बाद नहीं किया अंतिम संस्कार, बदबू आने लगी तो बोरे में फेंक आया शव

इंदौर। चंदननगर थाना क्षेत्र में रविवार को बोरे में महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई। शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले लेकिन पुलिस हत्या का मामला मान कर जांच में जुटी रही। शाम को 55 वर्षीय पेंटर को हिरासत में लिया तो पता चला अंतिम संस्कार से बचने के लिए उसने पत्नी का शव फेंका है।
एडिशनल डीसीपी जोन-4 आनंद यादव के मुताबिक शव सिरपुर बांक ग्राम स्थित एहमद नगर में मिला था। कालोनी में रहने वाली सुरैया बी ने पुलिस को बताया सुबह करीब साढ़े छह बजे उठी तो तेज बदबू आ रही थी। उसने तत्काल बेटे शाहरुख मुल्तानी को बुलाया और बोरी के बारे में बताया। शाहरुख ने डायल-100 पर काल लगाकर पुलिस बुला ली।

थोड़ी देर में फोरेंसिक अफसर, खोजी श्वान और पुलिस अधिकारी भी पहुंच गए। महिला की उम्र लगभग 50 से 55 वर्ष के आसपास थी। हत्या की आशंका से पुलिसकर्मियों ने कालोनी में संदेहियों से पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज निकालना शुरू कर दिए।

इसी बीच खबर मिली कि राजकुमार नगर (बांक) में रहने वाले मदन नगगावे के घर से बदबू आ रही थी। शाम को पुलिसकर्मियों ने मदन को हिरासत में लिया। प्रारंभिक पूछताछ में मदन टूट गया और कहा शव उसकी पत्नी आशा नरगावे का है।

एडीसीपी के मुताबिक आशा पहले गंगवाल बस स्टैंड पर रहती थी। मूलत: घट्टी देवला अंजड़ निवासी मदन पुताई का काम करता है। वर्षों पूर्व उसने आशा को पत्नी बना लिया। कुछ दिनों से आशा बीमार रहने लगी। तीन दिन पूर्व उसका उपचार के अभाव में निधन हो गया।
एक दिन शव घर में पड़ा रहा। पड़ोसियों ने बदूब का पूछा तो शनिवार रात में मदन शव को बोरे में भरकर फेंक आया। पुलिस के मुताबिक आशा और मदन के रिश्तेदार नहीं है। अंतिम संस्कार से बचने के लिए उसने शव को बोरे में भरकर फेंका था।