इंदौर में भीषण गर्मी से दिमाग की नसों में क्लाट जमने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी

 

सेरेब्रल वेनस थ्रोम्बोसिस(सीवीटी) स्ट्रोक के मरीजों चार गुना बढ़ी

इंदौर। गर्मी के दिनों में कई तरह की समस्या होने लगती है। इस मौसम में न्यूरोलाजिकल बीमारी होने की संभावना भी बढ़ जाती है। ब्रैन स्ट्रोक के साथ ही इस मौसम में सेरेब्रल वेनस थ्रोम्बोसिस(सीवीटी) स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। एमवाय अस्पताल में सीवीटी के जहां पहले माह में चार मरीज आते थे, लेकिन तापमान बढ़ने के कारण मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अब सप्ताह में चार मरीज आ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक सीवीटी में दिमाग की नस में क्लोट जम जाता है। इसका एक बड़ा कारण डिहाइड्रेशन है।
सीवीटी उन लोगों में अधिक देखने को मिलता है, जिन्हें पहले से खून गाढ़ा होने की बीमारी होती है। यह पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में अधिक होती है। इसकी शुरुआत सिर दर्द से होती है, जिसे लोग सामान्य दर्द समझते हैं। कोई भी व्यक्ति जिसको पहले से सिर दर्द हो ओर उसका दर्द बढ़ जाए या फिर जिसको अचानक से सिर में दर्द होने लगे। तो यह सीवीटी हो सकता है। इसमें सिर दर्द के बाद झटके आने लगते हैं, जिससे मरीज कोमा में चला जाता है। यदि मरीज इलाज में देरी करता है, तो जान जाने का भी खतरा रहता है।

हाथ -पैर में झटके आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं

इसलिए यदि हाथ पैर में झटके, लकवे आ रहे हैं। तो लापरवाही न बरतते हुए इलाज करवाना चाहिए। क्योंकि जितनी जल्दी इसका इलाज शुरू होता है, उतनी जल्दी मरीज पुरी तरह से ठीक हो जाता है। न्यूरोलाजिस्ट डा. अर्चना वर्मा ने बताया कि हाल ही में हमारे पास एक मरीज आया था। उसका दिनभर धूप में घुमने का काम था। लेकिन वह सामान्य सिर दर्द समझकर दवाई ले रहा था। लेकिन जांच में उसे सीवीटी निकला, यदि मरीज आने में देरी करता तो समस्या ओर भी बढ़ जाती।

हाइड्रेशन का रखें ध्यान

विशेषज्ञों ने बताया कि सीवीटी के अलावा मिर्गी के मरीजों में इन दिनों अधिक झटके की आने की संभावना होती है। वहीं जिन लोगों को माइग्रेन की समस्या होती है, उनका दर्द भी बढ़ जाता है। इस मौसम में हाइड्रेशन का विशेषतौर पर ध्यान रखना चाहिए। यदि पानी से शरीर हाइड्रेट नहीं हो पा रहा है तो इलेक्ट्राल का सेवन जरूर करें।

यह होता है सीवीटी
सेरेब्रल वेनस

थ्रोम्बोसिस(सीवीटी) एक गंभीर स्वास्थ्य स्थिति है, इसमें दिमाग की एक नस में रक्त का थक्का बन जाता है। यदि इलाज न किया जाए तो इससे मस्तिष्क में रक्तस्राव और स्ट्रोक हो सकता है। इसके होने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। सीवीटी होने के कारण कान, चेहरे या गर्दन का संक्रमण, प्रोटीन की कमी, सिर की चोट, मोटापा, ब्रेन सर्जरी आदि हो सकते हैं।