शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों के लिए ढूंढ रहा अंग्रेजी और गणित के टीचर……!

स्कूलों में इन दो विषयों को पढ़ाने वालों की कमी
नए शैक्षणिक सत्र में फिर आएगी परेशानी

उज्जैन। उज्जैन का जिला शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी और गणित, विज्ञान और अर्थशास्त्र विषय के टीचरों की तलाश कर रहा है। दरअसल शहर सहित जिले के सरकारी  स्कूलों में इन दो विषयों को पढ़ाने वाले टीचरों की कमी है, लिहाजा विभाग ने भोपाल के अपने उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है। बताया गया है कि बीते  कुछ वर्षों से अंग्रेजी और गणित के साथ ही विज्ञान जैसे विषयों को पढ़ाने के लिए विशेषज्ञ टीचरों की कमी बनी हुई है।

हालांकि स्कूलों में अन्य विषयों के टीचरों से ये दो विषयों को भी पढ़वाया जा रहा है बावजूद इसके विभाग के अधिकारियों का यह प्रयास है कि इस नए शैक्षणिक सत्र में विशेषज्ञ टीचरों की नियुक्ति हो जाए ताकि अध्यापन कार्य में परेशानी न हो। यदि इस प्रयास के बाद भी विशेषज्ञ टीचरों की कमी पूरी नहीं होती है तो एक बार फिर अन्य विषयों के टीचरों से ही ये दो विषयों को भी पढ़ाया जाएगा।
सीएम राइज स्कूलों के भी हाल-बेहाल
यूं तो जिले भर के अधिकांश सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी और गणित के साथ ही विज्ञान विषयों के टीचरों का अभाव बना हुआ है लेकिन सीएम राइज स्कूलों के ज्यादा हाल बेहाल है। बताया गया है कि यहां तो अन्य संबंधित विषयों को ही पढ़ाने के लिए शिक्षकों का टोटा बना हुआ है। यह बात शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी दबी जुबान से स्वीकार करते है।
शिक्षकों के आधे से अधिक पद खाली

प्रदेश के उज्जैन जिले सहित  हाई स्कूल में प्राचार्य और उप-प्राचार्य के 1114, उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 34789, मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक के 250, माध्यमिक शिक्षकों के 60686, माध्यमिक शिक्षक खेल के 931 और माध्यमिक शिक्षक संगीत के 700 पद खाली हैं… यानी राजपत्र कहता है कि प्रदेश में कुल मिलाकर 98470 पद खाली पड़े हैं। अब इनमें से प्राचार्य, उप प्राचार्य और प्रधानाध्यापक के कुछ पद समय-समय पर भरे जाते रहे हैं लेकिन चिंता की बात ये है कि बच्चों को क्लासरूम में पढ़ाने वाले उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 34789 और माध्यमिक शिक्षकों के 60686 पद खाली हैं। यानी सिर्फ इन्हीं दोनों कैटेगरी के कुल 95475 पद खाली हैं। इनमें से उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 34789 पदों में से सरकार सिर्फ 8720 पदों पर भर्ती कर रही है। इनमें भी नए पद सिर्फ 5052 हैं। और इनमें भी 45 फीसदी पद बैकलॉग के हैं। इन पदों को भरने के लिए सरकार ने 2023 में वर्ग-1 की चयन और पात्रता परीक्षा ली थी।
इनका कहना है

कुछ विषयों के टीचरों का अभाव है। उच्च अधिकारियों को भोपाल में अवगत कराया गया है। प्रयास है कि इस नवीन शैक्षणिक सत्र से ही अंग्रेजी, गणित जैसे विषयों को पढ़ाने  के लिए विशेषज्ञ टीचर मिल जाएंगे।
– गिरीश तिवारी, एडीपीसी