मीडियाकर्मियों पर हमले और शहर में बढ़ते अपराधों के विरोध में विशाल मौन रैली
पत्रकारों, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उतरे सड़क पर
इंदौर। प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर एक सांस्कृतिक और संस्कारी शहर है। सामाजिक समरसता, सेवा भावना इस शहर की मूल पहचान है। दुर्भाग्य की बात है कि शांति का टापू कहे जाने वाले इस शहर पर असामाजिक तत्व हावी होते जा रहे हैं। लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं और इनके खिलाफ आवाज उठाने वाले पत्रकार भी शिकार होने लगे हैं। मौजूदा हालात न सिर्फ शहर के अमन पसंद लोगों की चिंता बढ़ा रहे हैं वहीं जनता भी हालातों से खौफजदा है। खुलेआम हो रही गुंडागर्दी देवी अहिल्या के नगर को बदनुमा दाग लगा रही है।
शनिवार को इंदौर प्रेस क्लब के बैनर तले शहर की सामाजिक, साहित्यिक एवं मौन रैली के समापन पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एक ज्ञापन माहत्मा गांधी चरणों में अर्पित किया गया।
प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने ज्ञापन का वाचन करते हुए कहा यह जनता की सुरक्षा का और इस शहर की शांति का सवाल है। पुलिस प्रशासन की तरफ से ऐसी कोई कार्रवाई नजर नहीं आती है, जिससे जनता को सुरक्षा का अहसास हो सके। पिछले दिनों वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदौर प्रेस क्लब के कार्यकारिणी सदस्य अंकुर जायसवाल पर कुख्यात अपराधियों द्वारा प्राण घातक हमला कर दिया गया था। इस अपराध के असली मास्टर माइंड अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। यह अपराधी कई बड़े अवैध कारोबार के संचालक होने के साथ ही शहर में संगठित अपराध के संरक्षक भी माने जाते हैं।
कमजोर कानून व्यवस्था का ही परिणाम है कि शुक्रवार रात डिजियाना न्यूज ग्रुप के निदेशक श्री तेजिंदरसिंह घुम्मन और उनके परिवार पर आपराधिक तत्वों ने हमला कर दिया। शहर में बढ़ रहे अपराध समाज को भयाक्रांत कर रहे हैं। हम मीडिया बिरादरी के साथी शहर की सामाजिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक संस्थाओं के साथ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चरणों में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन अर्पित कर रहे हैं। इस उम्मीद के साथ कि देवी अहिल्या के शहर का अमन-चैन कायम रहे।
प्रेस क्लब महासचिव हेमंत शर्मा ने बताया कि मौन रैली में शहर के सभी प्रबुद्धजनों ने भाग लिया।