कार्यशाला में महिलाओं को औषधिय पौधों की जानकारी दी

-विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर किया गया आयोजन

उज्जैन। शासकीय आयुर्वेद औषधालय भैरवगढ़ की आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ.श्वेता गुजराती द्वारा जानकारी दी गई कि बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मप्र राज्य औषधीय पादप बोर्ड एवं आयुष विभाग मप्र शासन के निर्देशानुसार भैरवगढ़ में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय महिलाओं को औषधीय पौधों के सामान्य उपयोग के विषय में जानकारी प्रदाय कर उन्हें वृक्षारोपण के लिये प्रेरित किया गया।

 

कार्यशाला में गुड़हल, बेल, हरसिंगार, ग्वारपाठा आदि औषधीय पौधों का उपयोग किये जाने जैसे- गुड़हल के फूल का प्रयोग करने से बालों के झड़ने और सफेद होने में कमी होना, बिल्व के फल का जूस बनाकर पीने से पेट सम्बन्धी विकारों का दूर होना तथा ग्वारपाठा के उपयोग से त्वचा के रूखेपन को कम करने के बारे में बताया गया।

 

इसके अतिरिक्त पर्यावरण संरक्षण हेतु दैनिक जीवन में कुछ सामान्य परिवर्तन लाने के लिये भी प्रेरित किया गया जैसे- बिजली एवं पानी का अपव्यय न करें, प्रतिदिन फल और सब्जियां तथा अन्य कचरे का उपयोग जैविक खाद बनाने में किया जाये। कार्यशाला के समापन अवसर पर चिकित्सा अधिकारी द्वारा सभी उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलवाई गई। कार्यक्रम में डॉ.आरती सोलंकी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती रेखा चौहान, आंगनवाड़ी सहायिका श्रीमती ममता धौलपुरिया आदि ने भी सहयोग प्रदान किया।