सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष चुनी गईं
नई दिल्ली। सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल का अध्यक्ष चुन लिया गया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद के सेंट्रल हॉल में पार्टी नेताओं की बैठक में सोनिया के नाम का प्रस्ताव रखा। गौरव गोगोई और तारिक अनवर ने इसका समर्थन किया। इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने का भी प्रस्ताव रखा गया है। सूत्रों के मुताबिक सीडब्ल्यूसी बैठक में यह संकेत भी मिला है कि राहुल वायनाड सीट छोड़कर रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे। राहुल गांधी को लोकसभा में विपक्ष का नेता बनाने के लिए पार्टी सांसदों ने एक प्रस्ताव भी पारित किया। इस पर राहुल ने कहा, ‘मुझे सोचने का वक्त दीजिए।’ यह पद पिछले 10 साल से खाली है।
हिंदुस्तान के मतदाताओं ने बीजेपी के 10 साल की विभाजनकारी, नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति को खारिज किया है। उन्होंने कांग्रेस कार्यसमिति कांग्रेस के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई दी है, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में चुनाव लड़कर जीत हासिल की। उन्होंने सोनिया गांधी को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव की तैयारियों, गठबंधन की बैठकों में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपने लंबे अनुभव के आधार पर हम सब का मार्गदर्शन किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में दो साल पहले 4 हजार किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो यात्रा और फिर 6,600 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ो न्याय यात्रा का फल है, जिसकी मदद से हमें जनता से जुड?े और उनकी समस्याओं, सरोकारों और आकांक्षाओं को जानने में मदद मिली। उन्होंने प्रियंका गांधी को खास तौर पर बधाई देते हुए कहा कि प्रियंका गांधी ने अमेठी और रायबरेली के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में भी जोरदार प्रचार किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने इस बात को सबके सामने रखा कि जहां-जहां से भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुजरी, वहां पर कांग्रेस पार्टी के वोट प्रतिशत और सीटों में बढ़ोतरी हुई है।