हज करवाने के नाम पर ट्रैवल एजेंसी ने इंदौर, देवास सहित कई शहरों के लोगों को ठगा

 

इंदौर/देवास। हज पर जाने की ख्वाहिश रखने वाले लोगों के साथ ट्रैवल्स एजेंसी के संचालक ने ठगी की। लोगों से कहा कि हज पर ले चलूंगा। रुपये भी जमा करवा लिए, अब गायब है। परेशान लोगों ने पुलिस से गुहार लगाई है। इसमें देवास, इंदौर के साथ ही खरगोन सहित अन्य शहरों के लोग भी शामिल हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने हज यात्रा की खुशी में घरों में मेहमानों को बुलाया, दावत दी, इस्तकबाल किया, लेकिन हज पर जा ही नहीं सके। इधर, कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनको प्राइवेट कोटे के तहत हज यात्रा पर ले जाने की बात हुई लेकिन उनके वीजा में गड़बड़ी हुई। अब वे परेशान हो रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक देवास निवासी उस्मान कुरैशी ने एसपी आफिस पहुंचकर आवेदन दिया। बताया कि अल इजाज टूर्स एंड ट्रैवल्स भोपाल के रफीक से प्राइवेट कोटे के तहत हज यात्रा की बात हुई थी। पत्नी जैनब के साथ हज यात्रा पर जाने का तय हुआ था। ट्रैवल्स संचालक रफीक ने 12 लाख रुपये मांगे, जो लगभग एक माह पहले दे दिए। 3 जून को हज पर ले जाने का वादा था। बाद में 9 जून कहा और धीरे-धीरे बात आगे बढ़ाता रहा। अब संपर्क नहीं हो रहा। उक्त ट्रैवल्स संचालक पर कार्रवाई की जाए।

करोड़ों की ठगी की आशंका
मामले में यह बात सामने आ रही है कि इस तरह की ठगी का शिकार देवास के कई लोग हुए हैं। देवास के करीब आठ से दस लोग से हैं जिन्होंने प्रति व्यक्ति के हिसाब से छह लाख रुपये जमा करवाए, लेकिन हज पर नहीं जा सके। भाजपा के एक नेता भी इसी ट्रैवल्स संचालक के माध्यम से हज पर गए। उनको भी बहुत परेशानी आई, लेकिन ओहदे के चलते वे पहुंच गए। उनके बेटे के साथ भी परेशानी आई। देवास के साथ ही खरगोन के कुछ लोगों से भी ठगी की गई। चर्चा यह भी है कि पूरे मप्र में इस तरह की ठगी की आशंका है। क्योंकि अभी कुछ ही लोग सामने आए हैं। ऐसे में पीड़ितों ने पुलिस से गुहार लगाई है कि मामले की जांच करें, ताकि न्याय मिल सके।

वीजा में भी गड़बड़ी

सूत्रों का कहना है कि प्राइवेट कोटे से हज पर गए कुछ यात्रियों के वीजा में भी गड़बड़ी हुई है। नियमानुसार हज का वीजा अलग बनता है और एक टूरिस्ट वीजा रहता है। जिन लोगों को जानकारी नहीं थी उनका ट्रैवल्स संचालकों ने टूरिस्ट वीजा बना दिया, जिस कारण वे हज पर जा ही नहीं सके। दिल्ली-मुंबई में अटक गए।