शिप्रा परिक्रमा यात्रा का ध्वज लहराते निकले मुख्यमंत्री,दी 817 करोड की सौगात

-मां शिप्रा का पूजन-अर्चन कर हजारों श्रद्धालुओं के साथ शिप्रा तीर्थ परिक्रमा में शामिल हुए

उज्जैन । मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि मां शिप्रा तीर्थ परिक्रमा केवल यात्रा नहीं यह शिप्रा तट पर स्थित पुरातात्विक, आध्यात्मिक स्थलों के महत्व को बढ़ाने, सहेजने, संवारने का माध्यम बनेगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव आज उज्जैन के पावन रामघाट पर मां शिप्रा तीर्थ परिक्रमा के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने शनिवार को उज्जैन को 817 करोड के विकास कार्यों की सौगात भी दी है। इसमें 598 करोड की शिप्रा शुद्धिकरण के तहत कान्ह डक्ट परियोजना शामिल है।

 रामघाट पर मुख्यमंत्री ने शिप्रा तीर्थ परिक्रमा का शुभारंभ किया । इससे पहले उन्होंने शिप्रा की पूजा-अर्चना अभिषेक व आरती की और ध्वज का पूजन किया। उन्होंने मध्य प्रदेश की नदियों, जल संरचनाओं के संरक्षण, संवर्धन एवं पुनरुद्धार को समर्पित जलाभिषेक अभियान का उपस्थित जनों और प्रदेशवासियों को संकल्प दिलाकर शिप्रा तीर्थ परिक्रमा का शुभारंभ किया और जनप्रतिनिधियों एवं हजारों श्रद्धालुओं के साथ शिप्रा तीर्थ परिक्रमा में शामिल हुए।

मुख्यमंत्री ने सन्तजनों की उपस्थिति में रामघाट पर शिप्रा तीर्थ परिक्रमा के ध्वज लहराकर परिक्रमा का शुभारंभ किया और संतों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ पैदल चलकर शिप्रा तीर्थ परिक्रमा में भाग लिया। शिप्रा तीर्थ परिक्रमा के दौरान हजारों तीर्थ यात्रियों के हाथों में परिक्रमा के ध्वज लहरा रहे थे। परिक्रमा मार्ग पर विभिन्न धार्मिक संगठनों, सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संगठनों ने पुष्पवर्षा कर परिक्रमा यात्रियों का स्वागत किया।

     इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पूरे प्रदेश में जल एवं पर्यावरण संरक्षण, नदी पुनरूद्धार एवं पौधारोपण के कार्य किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में जन्म होना भाग्य है और उज्जैन व उसके आसपास जन्म लेना सौभाग्य की बात है। पुण्य सलीला शिप्रा में 11 नदियां समाहित है। इसके किनारे पर 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास है। सभी तीर्थों में अवंतिका तीर्थ बड़ा माना जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिप्रा तीर्थ परिक्रमा केवल यात्रा नहीं यह शिप्रा के तट पर स्थित पुरातात्विक, आध्यात्मिक स्थलों के महत्व को बढ़ाने, सहेजने, संवारने का माध्यम भी बनेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैदिक घड़ी के माध्यम से उज्जैन का स्टेण्डर्ड समय देश-दुनिया के समय के रूप में पुनर्स्थापित होगा। मुख्यमंत्री ने सभी परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की सुख-समृद्धि की कामना करते हुए परिक्रमा की सफलता के लिये बधाई दी। प्रारम्भ में शिप्रा तट पर पूजा-अर्चना के पश्चात मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने मंचासीन सन्तगण बालयोगी उमेशनाथ महाराज (राज्यसभा सदस्य), भगवानदास महाराज, कुशलदास महाराज, महन्त हरिदास महाराज एवं अनिल गुरु महाराज का स्वागत किया।

परिक्रमा का समापन आज-

मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा शनिवार 15 जून को शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा का शुभारम्भ किया गया। शनिवार को शिप्रा तीर्थ परिक्रमा यात्रा रामघाट से प्रारंभ होकर नृसिहघाट, आनन्देश्वर मंदिर, जगदीश मंदिर, गउघाट, जंतर-मंतर, वरूणेश्वर महादेव मंदिर (शीतल गेस्ट हाउस) से इन्दौर रोड सीएचएल अस्पताल, प्रशांतधाम मंदिर, गुरूकुल (त्रिवेणी) नवग्रह शनि मंदिर पहुंचेगी तथा यहां दोपहर का भोजन व विश्राम होगा। इसके पश्चात यात्रा गोठडा, सिंकदरी, दाउदखेडी, चांदमुख, चिंतामण, मंगरौला फंटा, लालपुल, भूखी माता मंदिर से गुरूनानक घाट होते हुए दत्त अखाडा पहुंचेगी। यहां पर रात्रि विश्राम किया जायेगा। इसके पश्चात रविवार 16 जून को घाट पर स्नान के पश्चात यात्रा रंजीत हनुमान, कालभैरव, सिद्धनाथ, अंगारेश्वर, कमेड, मंगलनाथ, सांदीपनी आश्रम, राम मंदिर, गढकालिका, भृर्तृहरि गुफा, ऋणमुक्तेश्वर, वाल्मीकीधाम चक्रतीर्थ, दानीगेट, ढाबारोड़, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, महाकाल मंदिर, बडा गणेश मंदिर, हरसिद्धी से वापस रामघाट पहुंचेगी। यहां यात्रा का समापन गंगा दशहरा के अवसर पर रामघाट पर आयोजित कार्यक्रम के साथ होगा।

 ये सौगातें दी –

मुख्यमंत्री डॉ.यादव द्वारा 816 करोड़ 69 लाख रुपये की लागत के कुल 41 विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया गया। जिनमें 598 करोड़ 66 लाख रुपए की लागत से कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना का निर्माण, 38 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से दताना से नागझिरी मार्ग का निर्माण, 24 करोड़ 08 लाख रुपए की लागत से तराना में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का 100 बिस्तरीय सिविल अस्पताल भवन में उन्नयन/निर्माण, 21 करोड़ 07 लाख रुपए की लागत से तरण ताल से देवास रोड वाया कलेक्टोरेट एवं मंगलनाथ से चककमेड तक मार्ग निर्माण, 14 करोड़ 31 लाख रुपए की लागत से घटिया में नवीन शासकीय आईटीआई का निर्माण, 12 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत से उज्जैन में 4 मार्गों का निर्माण, 9 करोड़ 82 लाख रुपए की लागत से सिंहस्थ अंतर्गत रत्नाखेड़ी, मंगरोला, चांदुखेड़ी, जलालखेड़ी, नागदा मार्ग का निर्माण, 9 करोड़ 53 लाख रुपए की लागत से जमालपुरा, कोकलाखेडी, नईखेडी सिलोदामोरी मार्ग का निर्माण, 7 करोड़ 62 लाख रुपए की लागत से चादमुख सिकंदरी गंगेडी ब्रजराज खेडी छायन मार्ग का निर्माण, 4 करोड़ रुपए की लागत से काल भैरव मंदिर पार्किंग बाउंड्रीवाल, शेड, रेलिंग आदि का निर्माण का भूमिपूजन किया गया।इसके अतिरिक्त 22 करोड़ 91 लाख रुपये की लागत से पूर्ण किए गए 23 विकास कार्यों का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री के द्वारा किया गया। इनमें 8 करोड़ 27 लाख रुपए की लागत से 18 ग्रामों में नल-जल योजना निर्माण कार्य, 3 करोड़ 63 लाख रुपए की लागत से उज्जैन में प्रशिक्षण केन्द्र के छात्रावास भवन निर्माण, 3 करोड़ 25 लाख की लागत से केन्द्रीय जेल उज्जैन परिसर में खुली जेल का निर्माण, 99 लाख रुपए की लागत से म.प्र. पुलिस आवास एवं अधोसरंचना विकास निगम के विभिन्न कार्यों का निर्माण, 73 लाख रुपए की लागत से आक्याजागीर में हायर सेकेन्डरी स्कूल का उन्नयन, 27 लाख रुपए की उज्जैन में पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक बालक छात्रावास भवन का निर्माण शामिल है। इसके साथ ही हितग्राहियों को हितलाभ वितरण किया गया।

ऐसी है कान्ह क्लोज डक्ट परियोजना-

इंदौर तथा सांवेर के सीवेज युक्त जल को कान्ह नदी के माध्यम से क्षिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिए जमालपुरा ग्राम के समीप कान्ह नदी पर बैराज का निर्माण करते हुए क्लोज डक्ट के माध्यम से जल का गंभीर नदी में गंभीर बांध के डाउन स्ट्रीम में डायवर्ट किया जायेगा। साथ ही आगामी सिंहस्थ को दृष्टिगत रखते हुए प्रावधानों के अनुसार जल प्रवाह 40 क्यूसेक जल बहाव क्षमता के रूपांकन कार्य किया गया है। जिसमें इंदौर शहर तथा सांवेर शहरी क्षेत्र की अनुमानित जनसंख्या से आने वाले सीवेज एवं सांवेर जल उद्वहन परियोजना के कमाण्ड क्षेत्र मे होने वाली सिंचाई से जल के रि-जनरेशन, देवास एसटीपी से आने वाले जल को पंप कर कान्ह नदी में छोड़ते हुए डक्ट के माध्यम से व्यपवर्तित किया जाएगा। उक्त परियोजना में 100 मीटर लम्बाई में एप्रोच चैनल 28.650 कि.मी. लम्बाई में 4.50 मीटर के डी-आकार में भूमिगत बाक्स तथा अंतिम 100 मीटर लम्बाई में ओपन चैनल निर्माण का कार्य प्रस्तावित है। परियोजना में निर्माण कार्य की समय-सीमा 42 माह रखी गई है, जिसमें 15 वर्षों का संचालन तथा रखरखाव का प्रावधान किया गया है। डक्ट में शुरुआती तथा अंतिम छोर के अतिरिक्त 4 संख्या में पहुंच मार्ग प्रस्तावित हैं, जिसकी चौड़ाई डक्ट के समान ही 4.5 मी. रखी गई हैं। जिसके माध्यम से डक्ट के अंदर सफाई कार्य जाने हेतु हैवी मशीनरी का भी प्रवेश सुनिश्चित किया जायेगा।

पुलिस लाइन के तालाब गहरीकरण में श्रमदान-

मुख्यमंत्री ने उज्जैन आते ही पुलिस लाईन स्थित तालाब के गहरीकरण कार्य में भाग लिया। डॉ यादव ने कहा है कि जल ही जीवन है मिशन को सभी जीवन भर धारण करें। जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रदेश भर में वृहद स्तर पर जल गंगा संवर्धन अभियान आयोजित किया जा रहा है। सभी 55 जिलों में जिला , तहसील, पंचायत , ग्राम स्तर तक कोई भी इस अभियान के प्रभाव से अछूता नहीं हैं। यह जल के प्रति हमारी निष्ठा और जागरूकता को दिखाता है। इस अवसर पर उन्होंने गहरीकरण के लिए श्रमदान किया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि पुलिस लाइन में आयोजित जल संरक्षण के अद्भुत आयोजन के लिए मैं पुलिस प्रशासन को बधाई देता हूं। जल स्रोतों के संरक्षण का यह अभियान इसी प्रकार निरंतर जारी रहे। उन्होंने सभी को गंगा दशहरा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी। पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के शुभारंभ 5 जून से ही पुलिस लाइन से तालाब का पुलिस विभाग के वॉलिंटियर्स द्वारा गहरीकरण कार्य किया जा रहा है। तालाब का 15 फीट तक गहरीकरण किया जाएगा। साथ ही वर्षा के दौरान 1500 से अधिक पौधों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पुलिस लाइन में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान को उत्सवी रूप से मनाया गया। तालाब परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया। मुख्यमंत्री के आगमन पर सर्वप्रथम पुलिस बल द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उनका पुष्पवर्षा से स्वागत किया। पुलिस बल द्वारा आकर्षक धुनों का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कार्यक्रम में पाम का पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

आईसीएच के शुभारंभ में बोले उज्जैन को मिलेगा विभिन्न व्यंजनों का स्वाद-

मुख्यमंत्री ने उज्जैन प्रवास के दौरान पुलिस कंट्रोल रूम के समीप लगभग ढाई हजार स्क्वायर फीट क्षेत्र में बनाए गए इंडियन कॉफी हाउस रेस्टोरेंट का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित करने के बाद वहां पर बैठकर स्वल्पआहार कर भोजन की गुणवत्ता की सरहाना की। शुभारंभ कर मुख्यमंत्री  ने कहा कि इस इंडियन कॉफ़ी हाउस शाखा का निर्माणकर्ता एजेंसी पुलिस विभाग है। उल्लेखनीय है कि इसमें पुलिस विभाग के लिए विशेष 30% का डिस्काउंट प्रदान किया जाएगा। शुभारंभ के पश्चात आमजन के लिए यह प्रारंभ हो जाएगा। इंडियन कॉफी हाउस की पहली शाखा प्रदेश के जबलपुर में प्रारंभ की गई थी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि उज्जैन की जनता एवं पुलिस प्रशासन कि सुविधा के लिए इंडियन कॉफी हाउस प्रारंभ हुआ है। इसके माध्यम से सभी को उच्च गुणवत्ता वाला भोजन मिलेगा। इसी के साथ इंडियन कॉफ़ी हाउस भारत कि विविधता को एकरूपता प्रदान करने वाले विभिन्न प्रकार के व्यंजन जनता को उपलब्ध करवाएगा ।

20 बंदी क्षमता की खुली जेल कॉलोनी का लोकार्पण –

मुख्यमंत्री ने खुली जेल कॉलोनी भैरवगढ़ का लोकार्पण किया। मध्य प्रदेश शासन द्वारा बंदियों के पुनर्वास की दिशा में की गई इस पहल के तहत 20 बंदी क्षमता की खुली जेल का निर्माण किया गया है, जिसमें बंदी अपने परिवार सहित निवास कर सकेंगे। इस खुली जेल की निर्माण लागत 3 करोड़ 25 लाख 48 हजार रुपए है। खुली जेल में 20 दण्डित बंदी अपने परिवार के साथ रहकर अपने कौशल अनुरूप रोजगार प्राप्त कर समाज की मुख्य धारा से जुड़कर सामाजिक जीवन यापन कर सकेंगे। नवनिर्मित उज्जैन भैरवगढ़ खुली जेल प्रदेश की आठवी खुली जेल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने कहा प्रदेश की जेलों में कैदियों को संपूर्ण मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शासन कृत संकल्पित है। भैरवगढ़ की इस खुली जेल कॉलोनी का नियोजित ढंग से निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव द्वारा इस दौरान नवनिर्मित खुली जेल कॉलोनी का निरीक्षण भी किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ.यादव को जेल सुरक्षा बल द्वारा सलामी दी गई।

ये शामिल हुए कार्यक्रमों में-

जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, राज्य सभा सांसद संत उमेश नाथ महाराज,सांसद अनिल फिरोजिया, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुंवर, उपाध्यक्ष श्रीमती शिवानी कुंवर,  महापौर मुकेश टटवाल ,उज्जैन उत्तर विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, विधायकगण सतीश मालवीय, जितेन्द्र सिंह पण्ड्या, तेजबहादुर सिंह चौहान, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, विक्रमादित्य शोधपीठ के श्रीराम तिवारी, शिप्रा लोक संस्कृति के नरेश शर्मा, बहादुर सिंह बोरमुंडला, विवेक जोशी, महन्त अनन्त पुरी, महन्त रामेश्वरदास सहित अन्य सन्तजन, प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ.राजेश राजौरा, प्रदेश के जेल डीजी गोविंद प्रताप सिंह, संभागायुक्त संजय गुप्ता, आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी नवनीत भसीन, डीआईजी जेल एमआर पटेल ,कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा सहित जनप्रतिनिधि,प्रशासनिक पुलिस अधिकारी शामिल हुए।

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