ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की, मटके फोड़े और चूड़ियां भेंट की
ब्यावरा/राजगढ़। राजगढ़ जिले का सबसे बड़ा शहर ब्यावरा इस वक़्त भीषण पेयजल संकट की चपेट में है, ब्यावर शहर से करीब 10 से 15 किलोमीटर के दायरे में मोहनपुरा डैम, कुंडलिया डैम, पार्वती डैम, घोड़ापछाड़ आदि अथाह पानी के बड़े-बड़े स्रोत है, मगर नगरपालिका प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की अकर्मण्यता, लापरवाही और निकम्मेपन के कारण ब्यावरा शहर में कुशलपुरा बहुउद्देशीय परियोजना और घोड़ापछाड़ से करोड़ों रुपए की लागत से बिछाई गई पेयजल पाइप लाइन के बावजूद शहर को करीब 2 सप्ताह में एक बार पेयजल सप्लाई की जा रही है, जिसके परिणाम स्वरुप ब्यावरा शहरवासियों को विकराल पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
ब्यावरा शहर की भीषण पेयजल समस्या को लेकर पीपल चौराहे पर ब्यावरा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में सैकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ताओ और जनप्रतिनिधियों ने धरना प्रदर्शन करते हुए नगर पालिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा मटके और चूड़ियां लेकर शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए एक विशाल जुलूस निकाला जो नगरपालिका परिषद पहुंचा जहाँ पर नगर पालिका परिषद का घेराव करते हुए धरना प्रदर्शन किया और मटके फोड़े तथा एसडीएम श्रीमती अंजलि शर्मा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए चूड़ियां भेट की। इस मौके पर पूर्व विधायक रामचंद्र दांगी ने कहा कि ब्यावरा शहर की भोली-भाली जनता को भारतीय जनता पार्टी ने धर्म के नाम पर बेवकूफ बनाकर वोट मांगे, शहर का कोई विकास नहीं किया क्षेत्र की जनता को भी विरोध का तरीका नहीं आया वरना चुनाव के दौरान बटन दबाकर उनका विरोध किया जा सकता था। उत्तर प्रदेश की जनता ने भाजपा को आइना दिखा दिया और भाजपा की करतूतें अयोध्या और चित्रकूट के लोगों को समझ में आ गई मगर ब्यावरा की जनता को समझ में नहीं आ पाई, नगरपालिका और प्रशासन गुलाम बनाकर कार्य कर रहा है।