शराब पीने के बाद पत्नी से हुए विवाद के चलते युवक ने कुएं में छलांग लगा दी। उसे देख मामा बचाने के लिये कुएं में कूद पड़ा

दैनिक अवन्तिका\ब्रह्मास्त्र उज्जैन
उज्जैन। शराब पीने के बाद पत्नी से हुए विवाद के चलते युवक ने कुएं में छलांग लगा दी। उसे देख मामा बचाने के लिये कुएं में कूद पड़ा। गहराई अधिक होने पर दोनों डूब गये। डेढ़ से दो घंटे की तलाश के बाद स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस की टीम ने टार्च की रोशनी में उन्हे बाहर निकाला। इस दौरान आक्सीजन नहीं मिलने पर तलाशी अभियान में शामिल 2 युवक और सैनिक भी बेहोश हो गये।
कायथा के ग्राम साकरी में जीवन पिता रणजीत बागरी 30 वर्ष का शराब पीने के बाद पत्नी से विवाद हो गया। उसने समीप भंवरसिंह राजपूत के कुएं की मुडेर पर चढ़कर छलांग लगा दी। उसे मामा राजाराम पिता जगनाथ बागरी 50 वर्ष ने देखा तो बचाने के लिये कुएं में कूद पड़ा। दोनों गहराई में चले गये। मामले की खबर गांव वालों को मिल चुकी थी, उन्होने अपने स्तर पर दोनों को बाहर निकालने के प्रयास शुरू किये, लेकिन गहराई अधिक होने और पानी में आक्सीजन की कमी होने पर कुएं में दोनों की तलाश के लिये उतरे हाकमसिंह पिता रामसिंह बागरी निवासी डेलरी और अरूण पिता इंदर बागरी ग्राम आनंदखेड़ी बेहोश हो गये। ग्रामीणों ने उन्हे बमुश्किल बाहर निकाला। इस बीच पुलिस को सूचना मिल चुकी थी, वह गोताखोरों के साथ मौके पर पहुंच गई थी। बेहोश हुए दोनों युवक को उपचार के लिये तराना अस्पताल भेजा गया और डूबे मामा-भानेज की तलाश शुरू की गई। इस दौरान सैनिक आनंदी का भी संतुलन बिगड गया और कुंए में गिर गया, उसे भी बचाकर बाहर निकाला गया। उसके बाद डूब चुके जीवन और राजाराम की खोजबीन कर उन्हे डेढ़ से दो घंटे बाद बाहर निकाला गया। उनकी मौत हो चुकी थी। दोनों के शव रात में ही तराना अस्पताल भेज गये।
बचाने के लिये खाट-पलंग का लिया गया सहारा
रात को कुएं में डूबे भानेज जीवन और मामा राजाराम को बाहर निकालने के पर्याप्त साधन नहीं होने पर ग्रामीणों ने पलंग और खाट का सहारा लिया। उन्होने रस्सी से चारों कोने खाट-पलंग के बांधे और कुएं में डाले। इस दौरान बेहोश हुए युवको और संतुलन बिगड़ने से गिरे सैनिक आनंदीलाल को बाहर निकालने में ग्रामीणों के द्वारा जुटाये गये साधन काफी काम आये। सैनिक को निकालने में मशक्कत करना पड़ी, उसे खाट के सहारे बाहर निकालते समय 2 बार कुएं में गिरा, लेकिन उसे सुरक्षित बाहर निकालने में कामयाबी हासिल कर ली गई।
ग्रामीणो का रहा सहयोग
कायथा थाना एसआई गणपत मुजाल्दे ने बताया कि घटनाक्रम में ग्रामीण शुभम मालवीय, राजेश मालवीय, किशोर राजपूत, मोहन मालवीय, विरेन्द्र राजपूत, ईश्वर बागरी, लोकेन्द्र राजपूत, प्रदीप सोलंकी, विष्णु मालवीय, सहित थाना टीम का सहयोग टीआई ज्योति दिखित के निर्देशन में रहा।