राहुल गांधी की टीम, कांग्रेस छोड़ने वालो की तह तक जाएगी

 

 

इंदौर और खुजराओ को लेकर संघठन पर उठे सवाल

 

इंदौर। कांग्रेस पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि उन कारणों का पता लगाया जाए, जिसके चलते इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस लेकर कांग्रेस की साख खराब की। इस बारे में राहुल गांधी बेहद खफा हैं।
सूत्रों का कहना है कि राहुल ने हाल ही में कांग्रेस नेताओं के बीच कहा कि इंदौर और खजुराहो में बड़ा झटका लगा है, इसके लिए प्रदेश संगठन ही दोषी है। राहुल गांधी के करीबी सूत्र बताते हैं कि हजारों कार्यकर्ता कांग्रेस छोड़ रहे थे और हमारा प्रदेश नेतृत्व हाथ पर हाथ रखकर बैठा रहा।
खासतौर से यह भी कहा गया कि सुरेश पचौरी जैसे जनाधारविहीन नेताओं के पार्टी छोड़ने का दुख नहीं है लेकिन इंदौर के पूर्व विधायक संजय शुक्ला जैसे नेता कांग्रेस क्यों छोड़गए, यह चिंतन का विषय है। बताते हैं कि राहुल गांधी अपनी यात्रा के दौरान शुक्ला से अत्यधिक प्रभावित थे। सूत्रों का कहना है कि 29 अप्रैल के इंदौर के घटनाक्रम की जांच पृथ्वीराज चौहान, सप्तगिरी उल्का और जिग्नेष मेवाणी की तीन सदस्यीय टीम करेगी।
इस टीम को राहुल के निर्देश पर बनाया गया है।

पटवारी पर हर जगह से सवालों की लग रही झड़ी —
कांग्रेस में लगातार हलचल दिख रही है। एक तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पीसीसी के गठन की तैयारी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उन पर दबाव बनाने के लिए अनेक कांग्रेसी नेता एकजुट होकर नए समीकरणों को जन्म दे रहे हैं। निमाड़ अंचल में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बीच गठजोड़ बनता दिख रहा है।
ये दोनों नेता जीतू पटवारी की कार्यशैली का विरोध कर रहे हैं। आने वाले दिनों में जीतू पटवारी के समक्ष पार्टी के भीतर ही अनेक चुनौतियां सामने आने वाली हैं।