शिकायतों और घटनाओं के बाद महाकाल  मंदिर से क्यों नहीं हट रही क्रिस्टल कंपनी 

– टेंडर की शर्त अनुसार समिति कार्रवाई कर ब्लैक लिस्टेड कर सकती है 
– कंपनी के निजी सुरक्षा गार्ड श्रद्धालुओं से पैसे लेकर करवा रहे दर्शन 
दैनिक अवंतिका उज्जैन। 
इतनी सारी शिकायतों और घटनाओं के बाद भी आखिर महाकाल मंदिर से क्यों नहीं हट पा रही क्रिस्टल कंपनी। यह सवाल मंदिर से जुड़े हर कोई व्यक्ति कर रहा है। जब से क्रिस्टल ने मंदिर में सुरक्षा का काम संभाला है। आए दिन विवाद सामने आते रहते हैं। कंपनी के अंतर्गत मंदिर में कार्यरत निजी सुरक्षा गार्ड श्रद्धालुओं से किसी न किसी बात पर झगड़ते रहते हैं। 
कंपनी के सुरक्षा गार्डों द्वारा की जा रही गड़बड़ियोंं को लेकर श्रद्धालु आए दिन मंदिर कार्यालय में जाकर शिकायतें करते हैं। लेकिन समिति कंपनी को कहकर गार्डों पर छोटी-मोटी कार्रवाई कर मामलों को दबा देती है। 
अब तो कंपनी के गार्ड श्रद्धालुओं से खुले आम ही भस्मारती में प्रवेश कराने से लेकर मंदिर में वीआईपी गेट से दर्शन कराने आदि को लेकर पैसे मांगने लगे हैं। कई मामलों में तो गार्ड हजारों रुपए लेकर गायब तक हो गए है। कंपनी के गार्ड मंदिर में दलाली में मय सबूत के लिप्त नजर आ रहे हैं। बीते लगातार प्रकरणों में अलग-अलग शख्स मंदिर में पैसे लेकर दर्शन करवाने, भस्मारती में प्रवेश दिलाने के नाम पर दलाली में लिप्त पाए गए है। जिसके चलते मंदिर प्रबंध समिति हर बार गार्डों पर कार्रवाई कर मामलों की इतीश्री कर लेती है। लेकिन इन घटनाओं से मंदिर की देश में कितनी बदनामी हो रही है। इसका किसी को अंदाजा नहीं है। आखिर क्यों समिति क्रिस्टल कंपनी पर ही बड़ी कार्रवाई कर इसे ब्लैक लिस्टेड नहीं कर रही है। क्या समिति पर किसी का दबाव है या और कोई कारण। जबकि टेंडर में शर्त है कि कंपनी यदि किसी प्रकार की गड़बड़ी करती है तो उसे समिति को ब्लैक लिस्टेड कर हटाने का अधिकार है तो फिर इतनी शिकायतें और घटनाएं होने के बावजूद समिति किसके आदेश का इंतजार कर रही है। हालांकि समिति के अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। शीघ्र ही समिति में चर्चा कर कंपनी के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई का निर्णय लिया जा सकता है।   
कंपनी के गार्डों खिलाफ मारपीट, रुपए 
लेने से छेड़खानी तक की शिकायतें है  
मंदिर में तैनात क्रिस्टल कंपनी के गार्डों पर दर्शन व भस्मारती में प्रवेश दिलाने के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपए लेने, मारपीट करने, महिला श्रद्धालु से छेड़खानी करने जैसी तमाम शिकायतें है। इतना ही नहीं ये मामले न सिर्फ समिति तक पहुंचे बल्कि महाकाल थाने में भी इनकी शिकायतें हुई है। जब पुलिस तक मामले पहुंचते हैं तो मीडिया में भी छपते हैं। इससे मंदिर समिति की देश में छवि धुमिल हो रही है। 
निजी सुरक्षा गार्डों द्वारा रुपए 
लेने के यह 3 बड़े ताजे मामले  

– 3 माह पहले छत्तीसगढ़ दुर्ग की तुलेश्वरी पति घनश्याम साहू ने महाकाल थाने में शिकायत की थी कि 28 मार्च को महाकाल दर्शन के दौरान सुरक्षा गार्ड सुनील शर्मा व एक अन्य ने उनसे शयन आरती करवाने के नाम पर 500-500 रुपए ले लिए।

– करीब 2 महीने पहले आंध्र प्रदेश से आए नागोजू सत्यनारायण ने मंदिर समिति को लिखित शिकायत कर कहा था कि मंदिर के सेवक व गार्ड ने मिलकर उनसे भस्मारती अनुमति के 14 हजार रुपए ठग लिए। श्रद्धालुओं ने इसकी महाकाल थाने में भी शिकायत की। 

– मुंबई से आए 14 श्रद्धालुओं से मंदिर में तैनात सुरक्षा एजेंसी के सुपरवाइजर सूरज गोमे ने प्रति व्यक्ति एक हजार रुपए के मान से भस्मारती दर्शन करवाने के नाम पर 14 हजार रुपए ले लिए।