बदल रही है महाराजवाड़ा की सूरत…बीस हजार रूपए तक हो सकता है एक दिन का किराया

उज्जैन। सिंहस्थ को लेकर उज्जैन में तैयारियां शुरू हो गई है वहीं पर्यटन विकास निगम भी महाकाल मंदिर के पास स्थित महाराजवाड़ा को संवारने में जुटा हुआ है। यहां का लुक बदल रहा है और माना जा रहा है कि होटल में तब्दील होने के बाद यहां एक दिन का रूकने का किराया
लगभग बीस हजार रूपए तक हो सकता है।

पर्यटन विकास निगम के इंदौर रीजन के अंतर्गत आने वाले उज्जैन में तैयार हो रहे एक और होटल के काम में तेजी आ गई है। सैंपल रूम तैयार होने के बाद अब इसके इंटीरियर का काम तेज कर दिया गया है। अगले दो महीने मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर के पास स्थित महाराजवाड़ा को इसके नाम की तर्ज पर ही संवार रहा है। सैंपल रूम तैयार होने के बाद यह बात सामने आई है कि महाराजवाड़ा अपने नाम की तर्ज पर पूरी तरह रॉयल लुक वाला होटल होगा। सैंपल रूम के तैयार होने के साथ ही यहां फ्लोरिंग का काम भी चल रहा था, जो भी जल्द ही खत्म होने की बात कही जा रही है। इसी के साथ अब यहां इंटीरियर के अन्य काम भी शुरू कर दिए गए है। सीएम की विशेष रुचि के चलते इसका काम तेजी से किया जा रहा है और अगले दो महीने में ही इसका काम पूरा भी कर लिया जाएगा। में यह पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। विभाग इसे बिल्कुल रॉयल लुक देने में लगा हुआ है, इसलिए नाम और लुक के अनुरूप ही कमरों के दाम भी होंगे, जो आम आदमी की पहुंच से थोड़े बाहर होंगे। आमतौर पर मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम की प्रदेशभर की होटल और रिसॉर्ट के कमरे 200 रुपए (डोरमेट्री) से 10 हजार रुपए प्रतिदिन किराए पर मिल जाते हैं।

 

सीजन में कई बार एक कमरा 36 से 40 हजार रुपए में भी बुक हुआ है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि महाराजवाड़ा के एक कमरे का एक दिन का किराया कम से कम 20 हजार रुपए तक हो सकता है। विभाग इसे तैयार करने के लिए 1047.41 लाख खर्च कर रहा है। इसमें रेस्टोरेंट का काम भी शामिल है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यहां 22 रूम के अलावा एक किचन, एक रेस्टोरेंट तैयार किया जा रहा है। एक रूफ टॉप रेस्टोरेंट भी प्रस्तावित है। उल्लेखनीय है कि महाराजवाड़ा में पहले शासकीय महाराजवाड़ा हायर सेकंडरी स्कूल संचालित होता था। यहां काफी बड़ा मैदान मौजूद है, इसलिए होटल बनने के बाद यहां बड़े आयोजन करने में भी कोई परेशानी नहीं आएगी।