इंदौर में 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से दौड़ी मेट्रो ट्रेन, यात्रियों के लिए रहेगी 80 की स्पीड
इंदौर। मेट्रो ने पहली बार इंदौर में सुपर कारिडोर पर 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से दौड़ लगाई। सुपर कारिडोर पर गांधी नगर स्टेशन से टीसीएस चौराहे तक प्रायरिटी कारिडोर के 5.9 किलोमीटर हिस्से की दूरी मेट्रो ने तीन मिनट में पूरी की।
इस तरह मेट्रो जिस अधिकतम गति के लिए डिजाइन की गई हैं, उसी स्पीड पर उसकी टेस्टिंग हुई। इसके पहले मेट्रो को अधिकतम 10 से 25 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चलाया गया था।
उल्लेखनीय है कि इंदौर में जब मेट्रो यात्रियों को लेकर चलेगी, तब उसकी गति 80 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी। उल्लेखनीय है कि भोपाल में करीब एक माह पूर्व इसी तरह की गति परीक्षण किया जा चुका है।
काम बंद रख किया परीक्षण
सुपर कारिडोर पर मंगलवार रात 10 बजे से बुधवार सुबह 6 बजे का समय मेट्रो की स्पीड टेस्टिंग के लिए तय किया गया था। सुपर कारिडोर के जिस हिस्से पर टेस्टिंग की जानी थी, उस हिस्से में काम बंद रखा गया।
मंगलवार रात चार बजे मेट्रो को सुपर कारिडोर के ट्रैक पर तीन से चार बार 90 किमी प्रतिघंटा की गति से चलाया गया। अभी मेट्रो के एक कोच सेट की गति जांच हुई। गांधीनगर डिपो में मौजूद पांच अन्य मेट्रो कोच सेट की भी भी इसी तरह गति जांच की जाएगी।
रेलवे के आरडीएसओ की अनुमति लेने की तैयारी
मेट्रो प्रबंधन द्वारा दिसंबर तक सुपर कारिडोर के प्रायरिटी कारिडोर पर कमर्शियल रन की योजना है। इसके पहले रेल मंत्रालय के रिसर्च डिज़ाइन एंड स्ट्रक्चरल ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ) की टीम मेट्रो की टेस्टिंग कर अप्रूवल देगी।
जल्द ही इसके लिए टीम इंदौर आएगी। इसके बाद कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएसए) की टीम भी जांच के लिए इंदौर आएगी। इसके बाद मेट्रो के प्रायरिटी काॅरिडोर पर कमर्शियल रन शुरू किया जा सकेगा।
मेट्रो चलाने की है जल्दबाजी
मेट्रो प्रबंधन ने दिसंबर में कमर्शियल रन की योजना बनाई हैं। इस हिस्से में यात्री कम मिलने के कारण शहरवासियों व जनप्रतिनिधियों ने इस हिस्से में जल्द मेट्रो का संचालन करने के बजाय गांधीनगर से रेडिसन चौराहे तक मेट्रो बनने पर उसका कमर्शियल रन करने की बात कही।
हकीकत यह है कि मेट्रो को सुपर काॅरिडोर के 5.9 किलोमीटर हिस्से पर चलाने पर छोटे हिस्से में रेलवे की सुरक्षा संबंधित अनुमतियां लेना आसान हैं।
यही वजह है कि मेट्रो के रेडिसन चौराहे तक काम पूर्ण होने का इंतजार करने के बजाय सुपर काॅरिडोर के प्रायरिटी काॅरिडोर को मेट्रो प्रबंधन जल्द शुरू करना चाहता है।
अब ब्रेकिंग व अन्य टेस्ट होंगे
स्पीड टेस्टिंग के बाद अब मेट्रो कोच की ब्रेकिंग व इलेक्ट्रिसिटी व कैमरा टेस्टिंग होगी। मेट्रो को 80 की स्पीड पर चलाकर अचानक ब्रेक भी लगाकर ब्रेकिंग सिस्टम की जांच होगी।
90 की स्पीड पर मेट्रो को चलाकर प्रायरिटी काॅरिडोर के सिविल स्ट्रक्चर, सिग्नल और थर्ड रेल पटरी जिससे मेट्रो कोच को बिजली मिलती है, उसकी जांच हो गई। अब मेट्रो के सभी पांचों कोच सेट के साफ्टवेयर में तय स्पीड अन्य मापदंडों को तय कर अपलोड किया जाएगा।