सांसद सोलंकी ने संसद में बढ़ाया संस्कृत का मान
देवास। संस्कृत भाषा को विश्व की सभी भाषाओं की जननी माना जाता है। यह वैदिक धर्म के सभी धर्मग्रंथों की भाषा है। भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में भी संस्कृत को शामिल किया गया है। देश की 18 वी लोकसभा में देवास शाजापुर क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी ने संस्कृत में शपथ लेकर इसका मान बढ़ाया। सांसद श्री सोलंकी ने मंगलवार को देश की संसद में कार्यकारी अध्यक्ष भृतुहरि मेहताब के समक्ष संस्कृत भाषा में सांसद पद की दुसरी बार शपथ लेकर संस्कृत का मान बढ़ाया। जिस समय सांसद संसद में शपथ ले रहे थे उस समय उनके देवास सिविल लाइन स्थित कार्यालय पर मिठाइयां बांटी गई।