महाकाल दर्शन कर क्षिप्रा में छलांग लगाने पहुंची युवती

उज्जैन। रामघाट पर दोपहर के समय पहुंची युवती क्षिप्रा नदी में छलांग लगाने की फिराक में थी, उसे एसडीईआरएफ के जवानों ने देखा तो रोक लिया। युवती को महाकाल थाने लाया गया। जहां पुलिस और वी-केयर संस्था ने काउंसिलिंग करने के बाद उसे दिल्ली की ट्रेन में बैठाकर रवाना किया। युवती जॉब नहीं मिलने से डिप्रेशन में थी।बताया जा रहा है कि दोपहर 12 बजे के लगभग 26-27 वर्षीय युवती रामघाट पर पहुंची थी। वह काफी तनाव में थी, वह क्षिप्रा में छलांग लगाने की फिराक में घूम रह थी। उसी दौरान रामघाट पर पेट्रोलिंग कर रहे एसडीईआरएफ के जवानों ने उसे देखा तो उसका इरादा भांप गये। उन्होने युवती को रोका और पूछताछ करने का प्रयास किया, उसकी आंखो से आंसू टपकने लगे। रामघाट से उसे महाकाल थाने लाया गया। जहां पुलिस ने पूछताछ करने का प्रयास किया, युवती काफी डिप्रेशन में लग रही थी। काउंसिलिंग के लिये वी-केयर संस्था के सदस्यों को बुलाया गया। इस दौरान सामने आया कि युवती दिल्ली की रहने वाली है। वह जॉब के लिये कई बार इंटरव्यू दे चुकी थी, लेकिन सफल नहीं हो पा रही थी। उसने महाकाल दर्शन कर जान देने की योजना बनाई थी। काउंसिलिंग के बाद वी-केयर संस्था सदस्यों ने उसके परिवार से चर्चा की। उन्होने आने में असमर्थता जताई। लेकिन सुरक्षित दिल्ली पहुंचाने की बात कहीं। संस्था के सदस्यों ने युवती को सुरक्षित घर लौटने की समझाईश दी और दिल्ली जाने वाली ट्रेन का टिकिट दिलवाया। शाम को इंटरसिटी एक्सप्रेस से उसे रवाना किया। इससे पहले युवती के थाने लाये जाने पर एएसआई चंद्रभानसिंह चंदेल ने युवती की मदद करते हुए चाय-नाश्ता कराया। वहीं वी केयर संस्था की मदद से भोजन की व्यवस्था करवाई। मामले में सीएसपी ओपी मिश्रा का कहना था कि युवती जॉब नहीं मिलने से डिप्रेशन में थी, उसे समझाईश के बाद सुरक्षित दिल्ली रवाना कर दिया गया है।