दिन-ब-दिन बढ़ रही स्ट्रीट डॉग की समस्या लोगों को काटने के साथ हादसों का बनते जा रहे सबब

उज्जैन। शहर के हर गली-मोहल्लो और मार्गो पर स्ट्रीट डॉग की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। स्ट्रीट डॉग लोगों को अपना शिकार तो बना रहे है, वहीं हादसों का सबब भी बन रहे है। इनसे निजात दिलाने में नगर निगम भी नाकाम दिखाई दे रहा है। स्ट्रीट डॉग की वजह से होने वाले मामलों में शुक्रवार को एक ओर मामला जुड़ गया। कमरी मार्ग नजमी मोहल्ला में रहने वाले अली अजगर कागजी पिता अब्दुल हुसैन 56 वर्ष एक्टिवा से खाराकुआ स्थित हसन बादशाह मजार की मजार पर जियारत करने जा रहे थे। नमक मंडी में एक्टिवा के पीछे स्ट्रीट डॉग ने दौड़ना शुरू कर दिया। एक्टिवा की रफ्तार तेज करने पर बैंलेस बिगड़ गया और अली अजगर नाली में जा गिरे। उन्हे गंभीर चोंट लगी। समाज के कुछ लोगों ने उन्हे देखा तो अस्पताल पहुंचाया। इससे पहले गुरूवार को नगारची बाखल में  रहने वाली फातिमा दानिश एक्टिवा से अपने बच्चों अब्दुल कादिर दानिश 11 वर्ष और बुरहान दानिश 7 वर्ष को स्कूल छोड़ने जा रही थी। डाबरी पीछा में स्ट्रीट डॉग ने पीछा किया। रफ्तार तेज करने पर एक्टिवा अनियंत्रित हो गई। दोनों बच्चे गिरने से घायल हो गये। एक को गंभीर चोंट लगी है। शहर के हर मार्गो पर अंधेरा ढलने और सुबह के समय मार्ग सूनसान होने पर स्ट्रीट डॉग वाहनों के पीछे दौड़ते है। दो पहिया ही नहीं चार पहिया वाहनों के पीछे भी ऐसे दौड़ते है, जो वाहन में ही सवार हो जायेगें। लगातार हादसे और काटने के मामले सामने आने पर भी स्ट्रीट डॉग की समस्या से निजात नहीं मिल पा रही है।
शिकायतों के बाद भी नहीं समाधान
शहर में स्ट्रीट डॉग को लेकर नगर निगम के साथ सीएम हेल्पलाइन पर लोगों द्वारा शिकायते की जा रही है। लेकिन समाधान नहीं निकल पा रहा है। शहर के मार्ग ही नहीं महाकाल मंदिर परिसर में भी स्ट्रीट डॉग का आतंक बना हुआ है। कई श्रद्धालुओं को शिकार बना चुके है। मंदिर समिति नगर निगम को पत्र लिख चुकी है, लेकिन अब तक कार्रवाई सामने नहीं आई है। स्ट्रीट डॉग के साथ मवेशी भी समस्या बने हुए है। प्रशासन ने मवेशी पालको के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बना रखी है, लेकिन अमल नहीं हो पा रहा है। पशु पालक सुबह होते ही मवेशियों को खुलेरूप से विचरण करने के लिये छोड़ देते है।