इंदौर ने साढ़े नौ घंटे में बनाया 12 लाख पौधे रोपने का विश्व रिकॉर्ड

 

लक्ष्य 11 लाख पौधे रोकने का था परंतु वह तो समय से पहले ही हो गया था पूरा

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की 300 लोगों की टीम ने निरीक्षण कर सौंपा प्रमाण पत्र

इंदौर। देवी अहिल्या की नगरी इंदौर ने स्वच्छता सहित कई मामलों में नंबर आने के बाद एक बार फिर रविवार 14 जुलाई को एक नया इतिहास रच दिया। मध्य प्रदेश शासन के महाअभियान एक पेड़ मां के नाम के तहत यहां की जनता व जनप्रतिनिधियों ने 12 घंटे में 11 लाख पौधे रोपने का संकल्प लिया था, जिसे तय समय से पहले साढ़े नौ घंटे में ही पूरा कर लिया गया। इस पूरे अभियान की कमान इंदौर के ही विधायक तथा राज्य शासन में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने संभाल रखी थी।
इंदौर की रेवती रेंज पहाड़ियों पर सुबह 7 बजे से शुरू हुआ पौधारोपण का सिलसिला शाम 7 बजे तक चला। लक्ष्य शाम 7 बजे तक 11 लाख पौधे रोपने का था, लेकिन शाम 4.30 बजे तक पौधारोपण का आंकड़ा 12 लाख से ऊपर पहुंच चुका था। इसके बाद भी पौधारोपण जारी रहा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इसमें शामिल हुए और अपनी मां के नाम पीपल का पौधा रोपा।

एक ही दिन में पौधारोपण का बना रिकॉर्ड

एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में पौधारोपण कर इंदौर ने असम का एक दिन में 9 लाख 26 हजार पौधे रोपने का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड टीम के 300 से अधिक सदस्य पौधारोपण स्थलों पर मौजूद रहे और डिजिटल रिकॉर्ड बनाते रहे।
देर शाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और महापौर पुष्यमित्र भार्गव को इंदौर की इस उपलब्धि का प्रमाण पत्र प्रदान किया।