“संस्कृत छात्र हित में नहीं” बताने वाले इंदौर जिला शिक्षा अधिकारी को हटाया

 

इंदौर। सभी भाषाओं की जननी संस्कृत भाषा के खिलाफ पत्र जारी करने वाले इंदौर के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास को अंततः हटा दिया गया। मंगलेश व्यास ने एक पत्र जारी कर कहा था कि संस्कृत भाषा छात्रों के हित में नहीं है। यह पत्र जारी होने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा सत्ता के गलियारे में हड़कंप मच गया था। गौरतलब है कि केंद्र की मोदी सरकार तथा मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार भी संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है। ऐसी स्थिति में जिला शिक्षा अधिकारी का बयान बेहद चौंकाने वाला रहा। संघ ने कार्यकर्ता इससे बेहद नाराज थे और वह मंगलेश व्यास को हटाने की मांग कर रहे थे।
प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास का आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने तबादला कर दिया है। उन्हें डाइट इंदौर का प्राचार्य बनाया गया है। श्री व्यास की जगह जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ सहायक संचालक श्रीमती सुषमा वैश्य को आगामी आदेश तक प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी बनाया गया है।
इंदौर में यह मांग भी लंबे समय से है कि जिला शिक्षा अधिकारी जैसे पद पर प्रभारी बैठाए जा रहे हैं। इसके लिए पूर्णतः जिला शिक्षा अधिकारी पदस्थ किए जाने चाहिए।