सुबह-सुबह झामाझम बारिश, 2 घंटे में 2 इंच बारिश पार, सड़कों और बस्तियों में भरा पानी, कई स्कूलों में अवकाश
उज्जैन। झमाझम बारिश का इंतजार मंगलवार सुबह लोगों की नींद खुलते ही खत्म हो गया। 6 बजे शुरू हुई बारिश ने आधे घंटे बाद रफ्तार पकड़ ली 1 घंटे तक झमाझम होती रहे और सुबह 8 बजे तक 2 इंच बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने बादलों की गड़गड़ाहट और तेज हवा के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग में 2 दिन पहले मानसून का नया सिस्टम सक्रिय होने पर प्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया था। बाबा महाकाल की नगरी में मानसून की दस्तक के पास से ही झमाझम का इंतजार बना हुआ था। जो सुबह शहरवासियों की आंख खुलते ही पूरा हो गया। 6 बजे के लगभग शुरू हुई बारिश 8 बजे तक तेज रफ्तार में होती रही। शहर के अधिकांश सड़क मार्गो पर पानी भर चुका था। निचली बस्तियों के घरों में भी पानी पहुंचाने की शुरुआत हो चुकी थी। आवागमन पूरी तरह से थमा हुआ था। सुबह 7 बजे से स्कूलों का रुख करने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी काफी कम दिखाई दे रही थी। सुबह 8 तक बारिश रुकने के आधार दिखाई नहीं देने पर कई स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया था। कुछ स्कूलों में भीगते हुए बच्चे पहुंच गए थे उनकी भी 10:30 बजे तक छुट्टी का मैसेज अभिभावकों तक पहुंच गया था। 2 घंटे हुई तेज बारिश के बाद 9 बजे मानसून की रफ्तार कम हो गई थी। आसमान में बादल छाए हुए थे और गड़गड़ाहट सुनाई दे रही थी। मौसम विभाग में दिनभर बारिश होने की संभावना जताई है।
सुबह 10 तक नहीं खुला था बाजार
महाकाल लोक बनने बाद धार्मिक नगरी का पुराना शहर वैसे तो 24 घंटे जागता दिखाई दे रहा है। महाकाल मंदिर की ओर जाने वाले मार्गों पर दिन-रात आवाज ही बनी रहती है। सुबह 4 बजे से शहर में चाय नाश्ते पोहे की दुकान खुल जाती है। लेकिन आज सुबह झमाझम बारिश के बाद अधिकांश दुकानें नहीं खुल पाई थी। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के साथ महाकाल मंदिर के आसपास की दुकान खुली थी। बाजार में दूसरी अन्य दुकान सुबह 10 बजे तक नहीं खुल पाई थी। बारिश की रफ्तार कम होने पर बाजार खुलने की शुरुआत हुई इस दौरान अधिकांश दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों के आगे जलभराव और एकत्रित हुई गंदगी को साफ करने की मशक्कत में लग रहे। सुबह-सुबह हुई बारिश की वजह से नगर निगम के सफाई कर्मी भी अपने काम की शुरुआत नहीं कर सकते थे। जगह-जगह बनी जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम की टीम जरूर मैदान में आ गई थी।
अब तक 222 मिमी. बारिश दर्ज
17 जून के बाद हुई मानसून की दस्तक से लेकर आज सुबह तक शहर में 222 मिली मीटर बारिश दर्ज हो चुकी है। स्थानीय जीवाजीराव वेधशाला पर आज सुबह हुई बारिश के बाद 50 मिलीमीटर का आंकड़ा दर्ज किया गया जो 2 इंच था। वेधशाला अधीक्षक डॉ. राजेंद्र कुमार गुप्त ने बताया कि मानसून का 2 दिन पहले सक्रिय हुआ सिस्टम शहर का रुख कर चुका है। सोमवार से ही तेज बारिश की संभावना दिखाई देने लगी थी। पिछले 15 दिनों से न्यूनतम तापमान 25 डिग्री के पार बना हुआ था। जिसमें बीती रात तीन डिग्री की गिरावट आई है। आज सुबह हुई शुरू हुई बारिश के बाद अधिकतम तापमान में भी कमी आएगी और उमस से भी राहत मिलेगी।
किसानों के लिए अमृत बनी बारिश
जून माह में हुई बारिश के बाद किसानों ने खेतों का रुख कर लिया था और फसल बोने की शुरुआत कर दी थी। लेकिन जून माह के अंतिम सप्ताह से मानसून ने शहर से बेरुखी दिखाना शुरू कर दिया था। किसानो की चिंता बढ़ने लगी थी। खेतों में फसल बनी के बाद पानी की आवश्यकता थी। आज सुबह हुई बारिश फसल के लिए अमृत साबित हुई है।
सब्जी और अनाजमंडी में बड़ी मुसीबत
सुबह-सुबह खुलने वाली चिमनगंज क्षेत्र की सब्जी मंडी में तेज बारिश के बाद जल भराव के हालात बन गए थे। व्यापारियों की मुसीबत बढ़ गई थी वहीं सब्जी का व्यवसाय करने वाले और खेतों से सब्जियां लेकर मंडी तक पहुंचने वाले किसान जल भराव के चलते बोली लगाने की शुरुआत नहीं कर पाए थे। मंडी में पानी भरने से सब्जियां तैरती हुई दिखाई दी। ऐसे ही हालात कृषि उपज मंडी में भी दिखाई दे रहे थे। व्यापारियों द्वारा दुकानों के बाहर रखा अनाज गीला होने लगा था। जिसे बारिश से बचने के लिए व्यापारी सुबह-सुबह ही मंडी पहुंच गए थे।