जलस्तर बढ़ने से करंट फैलने का था खतरा बिजली बंद होने से रात 8 बजे बाद अंधेरे में डूबा रामघाट

दैनिक अवन्तिका उज्जैन
उज्जैन। दिनभर हुई तेज बारिश के बाद रविवार शाम 7.30 बजे बाद क्षिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा था। छोटी रपट से 2 फीट पानी ऊपर पहुंचते ही रामघाट क्षेत्र की बिजली सप्लाय बंद कर दी गई। जिसके चलते अंधेरा छा गया था।
जून माह में मानसून की दस्तक के बाद से शहर में तेज बारिश का इंतजार किया जा रहा था। रविवार सुबह 11 बजे बाद शहरवासियों की उम्मीद पूरी हुई, 3 से 4 घंटे में ही 3 इंच के करीब बारिश हो गई। शहर जलमग्न दिखाई देने लगा था। शहर के साथ ही देवास, इंदौर में भी तेज बारिश होती रही। जिसका पानी क्षिप्रा में आना शुरू हो गया था। इस बीच शाम को एकाएक क्षिप्रा नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया। रात 8 बजे के लगभग क्षिप्रा का छोटा पुल डूब गया, 2 फीट पानी ऊपर पहुंचने पर आवागमन बंद कर दिया गया। इधर रामघाट पर बढ़ते जलस्तर को देखते हुए क्षेत्र की बिजली सप्लाय को बंद कर दिया गया था। रामघाट चौकी प्रभारी जगदीश सोलंकी ने बताया कि पानी से कुछ बिजली के पोल में करंट आने लगा था। खतरा देखते हुए बिजली बंद की गई, जिसके चलते रामघाट पर अंधेरा छा गया था। श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम थी, बावजूद होमगार्ड और एसडीईआरएफ की टीम ने घाटों के आसपास पेट्रोलिंग शुरू कर दी थी। क्षिप्रा में पानी बढ़ने का क्रम रात 10 बजे तक जारी था। आशंका जताई जा रही थी कि रात में तेज बारिश हुई तो सुबह तक मोक्षदायिनी क्षिप्रा का रौद्र रूप दिखाई दे सकता है।
आज शाम रामघाट पहुंचेगी बाबा की पालकी
आज सावन माह का दूसरा सोमवार होने पर बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलेगें। शाम 5 बजे बाबा की पालकी रामघाट पहुंचेगी। रात में क्षिप्रा का जलस्तर बढ़ने पर प्रशासन और नगर निगम मुस्तैद हो गया था। नगर निगम फायर बिग्रेड को अलर्ट किया था और निर्देश दिये गये थे कि अगर बाबा की पालकी पहुंचने से पहले क्षिप्रा का जलस्तर कम होता है तो तत्काल घाटों पर जमा कीचड़ साफ किया जाये।