वायनाड में कुदरत का कहर, भूस्खलन से भारी तबाही, अब तक 143 लोगों की मौत, सैकड़ों जख्मी

ब्रह्मास्त्र नई दिल्ली

केरल के वायनाड जिले में कई जगहों पर भारी बारिश के बाद भूस्खलन हो गया। भूस्खलन से हुए भीषण हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हादसे में अब तक कम से कम 143 लोगों की मौत हो गई है और 128 लोग घायल हुए हैं। वहीं सैकड़ों लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका के चलते मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान है।

वायनाड में भारी बारिश की वजह से रेड अलर्ट जारी किया है। इलाके में भूस्खलन की घटना मंगलवार सुबह हुई, ऐसे में घरों में सो रहे लोगों को बचने का मौका भी नहीं मिल पाया। बड़ी संख्या में सेना, नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के बचाव दल खराब मौसम के बीच पीड़ितों की तलाश कर रहे हैं और पीड़ित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए कई एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया जिले में स्थापित 45 राहत शिविरों में 3,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है। विजयन ने ने बताया कि पहला लैंडस्लाइड रात दो बजे हुआ, उसके बाद दूसरा लैंडस्लाइड सुबह चार बजकर दस मिनट पर हुआ। उन्होंने बताया कि लोगों को ढूंढने और मदद करने के लिए ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद भी ली जा रही है। इलाके में बारिश की वजह से हालात इतने ज्यादा खराब हैं कि, रेस्क्यू टीम को लोगों के शव निकालने में भी कड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।

रक्षा मंत्रालय ने एक एक्स पर एक पोस्ट में कहा, कि सभी संभव प्रयास जारी हैं। अतिरिक्त सैनिक, मशीनें, डॉग स्क्वॉड और अन्य आवश्यक राहत सामग्री को त्रिवेंद्रम, बेंगलुरु और दिल्ली से सेवा विमानों द्वारा पहुंचाया जा रहा है। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से बात कर भूस्खलन प्रभावित वायनाड में सेना द्वारा चलाए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों का जायजा लिया।