उज्जैन में आनंद बरसेगा…आज रात खुलेंगे नागचंद्रेश्वर के पट
उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में 9 अगस्त को नागपंचमी त्योहार का आनंद बिखरेगा। इसी दिन महाकाल मंदिर के साथ ही भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ रहेगी। गौरतलब है कि महाकाल मंदिर परिसर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर का मंदिर वर्ष में सिर्फ एक बार नागपंचमी के अवसर पर ही खुलता है।
मंदिर के दरवाजे नागपंचमी के एक दिन पहले आज 8 अगस्त की रात 12 बजे खुलेंगे। सबसे पहले भगवान नागचंद्रेश्वर की पूजा होगी और फिर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन करने की शुरूआत की जाएगी।
पौराणिक कथाओं के मुताबिक नागचंद्रेश्वर मंदिर में राजा तक्षक ने भगवान शिव को मनाने के लिए घोर तपस्या की थी। बदले में भगवान शिव ने भी उन्हें अमरत्व का वरदान दिया था। भगवान शिव के वरदान देने के बाद राजा तक्षक ने भोलेनाथ के साथ रहना शुरू कर दिया। किंतु महाकाल चाहते थे कि उनकी शांति भंग ना हो। यही कारण है कि इसके बाद से भगवान शिव नागपंचमी के दिन इस मंदिर में दर्शन देते हैं। नागपंचमी के अलावा पूरे साल उनके मंदिर के कपाट बंद रहते हैं। नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर भगवान के दर्शन हेतु भील समाज धर्मशाला में स्थापित जूता स्टैण्ड पर जूते उतारकर तीन पंक्तियों में से गंगा गार्डन के समीप वाले मार्ग से चारधाम मंदिर पार्किंग जिगजैग, हरसिद्धि चौराहा से रूद्रसागर की दीवार के समीप से विक्रम टीला होते हुए बड़ा गणेश मंदिर के सामने से द्वार नंबर-4 एवं 5 के रास्ते मंदिर में प्रवेश कर विश्रामधाम, एयर ब्रिज होते हुए भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन करेंगे। दर्शन उपरांत एयरोब्रिज से विश्रामधाम रैम्प, मार्बल गलियारा होते हुए पालकी निकालने वाले मार्ग के समीप नवनिर्मित मार्ग से प्रीपेड बूथ तिराहा, बड़ा गणेश के सामने से हरसिद्धि चौराहा, हरसिद्धि धर्मशाला के संमुख वाले मार्ग से नृसिंह घाट तिराहा होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे। नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर महादेव के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हरिफाटक पुल के समीप मेघदूत पार्किंग, हरिफाटक पुल के नीचे हाट बाजार पार्किंग, कर्कराज महादेव मंदिर के समीप पार्किंग, कार्तिक मेला ग्राउंड, त्रिवेणी संग्रहालय के सामने पार्किंग आदि स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।