गलत उपचार करने वाले डॉक्टर का क्लीनिक सील

दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। पिछले माह युवक के गले में छाले होने पर गलत उपचार करने वाले बंगाली डॉक्टर की शिकायत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तक पहुंची थी। जांच में के बाद शनिवार को घट्टिया बीएमओ द्वारा कार्रवाई करते हुए क्लीनिक को सील कर दिया गया। क्लीनिक अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था।  बीएमओ ने कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में दवाईयां और आपरेशन संबंधित सामग्री जप्त की है।
महिदपुर के ग्राम मेलानिया में रहने वाले राजेश चौहान के पुत्र निलेश को जुलाई माह में गले के छाले हो गये थे। वह उपचार के लिये ग्राम मीण में डॉ. चंदन विश्वास के दवाखाने पहुंचा। जहां डॉक्टर की अनुपस्थिति में उनकी पत्नी सुजाता ने खुद को डॉक्टर बताते हुए निलेश को बॉटल चढ़ा दी। कुछ देर में ही निलेश का शरीर अकड़ने लगा। हालत बिगड़ती देख राजेश चौहान पुत्र को उज्जैन नानाखेड़ा स्थित निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने बताया कि 10 मिनट की देरी होती तो जान जा सकती थी। गलत उपचार होने पर राजेश चौहान ने मामले की शिकायत मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक पटेल को लिखित में की। दवाखाने की जांच के लिये घट्टिया बीएमओ डॉ. अनुज शाल्य को मामला सौंपा गया। जिसमें सामने आया कि दवाखाना अवैध तरीके से संचालित हो रहा है। शनिवार डॉ. शाल्य टीम के साथ ग्राम मीण पहुंचे और दवाखाने को सील करने की कार्रवाई की। इस दौरान बड़ी मात्रा में दवाईयां और आॅपरेशन के उपकरण जप्त किये गये। बताया जा रहा है कि चंदन विश्वास बंगाली डॉक्टर है।

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