शिप्रा नदी के घाटों पर हो रहे हैं वाहन पार्क यहां फैली अव्यवस्था पर किसी का ध्यान नहीं 

दैनिक अवंतिका उज्जैन
उज्जैन। श्रावण मास के चलते देश-विदेश से श्रद्धालु महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन पहुंच रहे हैं। दर्शन से पहले लोग शिप्रा नदी में स्नान करते हैं इस वजह से नदी के सभी घाटों पर लोगों की भीड़ रहती है। लेकिन पिछले कई दिनों से घाटों पर अव्यवस्था फैली हुई है। यहां आने वाले लोग घाटों पर ही वाहन पार्क कर रहे हैं। इसके अलावा मैजिक सहित अन्य वाहन भी यहां पर आकर खड़े हो रहे हैं। जबकि नगर निगम द्वारा कार्तिक मेला ग्राउंड को वाहन पार्किंग स्थल बनाया  है। लेकिन उसके बाद भी यहां फैली अव्यवस्था पर किसी का ध्यान नहीं है। और इस वजह से घाटों पर स्नान करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कई दिनों से छोटे पुल के समीप केदार घाट सहित अन्य घाटों पर मेजिक, कार व अन्य वाहन पार्क हो रहे हैं। इसलिए घाटों पर हमेशा अव्यवस्था फैली रहती है साथ ही  लोगों का घाटों पर स्नान करना भी दुश्वार हो गया है। शिप्रा नदी के कई घाटों पर सुबह से शाम तक वाहनों का जमावड़ा लगा रहता है। इसके पहले भी शिप्रा नदी में अचानक पानी बढ़ गया था ऐसी स्थिति में घाट पर ही वाहन खड़े थे और उस दौरान नदी में पानी बढ़ने से यहां घाट पर खड़े वाहन पानी के बहाव में बहने लगे थे जिन्हें लोगों ने रस्सी के सहारे से निकला था।
घाटों पर लगी फर्शियां टूटी सौंदरीकरण उजाड़ रहा
सिंहस्थ के  समय शिप्रा नदी के अधिकतर घाटों पर फर्शियां व लाल पत्थर लगाकर सुंदर बनाया गया था। लेकिन घाटों पर वाहन पार्क होने की वजह से कई पत्थर टूट गए हैं और घाटों पर लगी फर्शियों के ऊपर से वाहन गुजरते हैं इस वजह से घाट पर लगे पत्थर टूट रहे है। तथा यहां का सौंदर्य करण उजड़ रहा है। रोज वाहनों की आवाजाही से घाट के  अधिकतर पत्थर नीचे जमीन में धंस गए हैं इस कारण घाट की जगह भी उबड़ खाबड़ हो गई है।

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