सिंधिया की सीट पर आखिर कौन होगा काबिज ? भाजपा के पास राज्यसभा के लिया 1 दर्जन से भी ज्यादा नाम

 

 

 

पूर्व कांग्रेसी और भाजपा नेताओं में खींचतान

इंदौर। मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के कारण 3 सितंबर को राज्यसभा की एक सीट के लिए चुनाव होगा।
सूत्रों के अनुसार प्रबल संभावना यही है कि केंद्र से किसी नेता को राज्यसभा में भेजा जाए। इसके लिए केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के नाम की चर्चा चल रही है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बहन सिंह के पोते नवनीत सिंह हाल ही में लोकसभा चुनाव हार गए, लेकिन पार्टी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया है। इनके अलावा असदुद्दीन लता के नाम की भी चर्चा है।
प्रदेश से जिन लोगों के नाम की चर्चा है उनमें नरोत्तम मिश्रा, जय भान सिंह पवैया, सुरेश पचौरी, गजेंद्र सिंह राजू खेड़ी, केपी यादव, कांति देव सिंह और मुकेश चतुर्वेदी के नाम की भी चर्चा है। कांति देव सिंह संगठन के वरिष्ठ नेताओं के करीबी हैं। उनकी विंध्य क्षेत्र में अच्छी पकड़ है।
वहीं, चंबल क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखने वाले मुकेश चतुर्वेदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता गोपाल भार्गव और विदिशा से पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव का नाम भी चर्चा में है। सूत्रों के अनुसार एक सीट के लिए अब जातीय समीकरण ध्यान रखकर ही निर्णय लिया जाएगा। दलित, ओबीसी और महिला वर्ग से पिछली बार सदस्य चुने गए।
इस बार सामान्य कोटे से ही राज्यसभा सदस्य को चुना जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि संबंध में जल्दी ही दिल्ली में बैठक होने वाली है।