स्कूली आयोजन में पाकिस्तानी झंडा…सड़क पर उतरी एबीवीपी
रतलाम । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बुधवार को मध्य प्रदेश के रतलाम में एक स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरी। स्कूल में भारत के स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित एक नाटक में विभाजन के दृश्य के लिए पाकिस्तानी झंडे का इस्तेमाल किया गया था। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने महू-नीमच रोड को जाम कर दिया।
जिला कलेक्टर राजेश बाथम ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं, जबकि रतलाम की बाल कल्याण समिति ने जिला शिक्षा अधिकारी को एक नोटिस जारी कर स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की है। नोटिस में कहा गया है कि 15 अगस्त को स्कूल में तीन से चार साल के बच्चों को पाकिस्तानी झंडे देकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियां” आयोजित की गईं। छोटे बच्चों को किसी दूसरे देश का झंडा, खासकर पाकिस्तान का झंडा किसने दिया? इसके पीछे आपकी क्या मंशा है। नोटिस में कहा गया है कि स्कूल ने देश की गरिमा और अखंडता की परवाह किए बिना बच्चों के दिमाग को प्रभावित करने की कोशिश की है। इसमें कहा गया है कि बच्चों के दिमाग में देश के खिलाफ जहर भरा जा रहा है। पहली नज़र में तो यही लगता है। अगर स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों द्वारा खुलेआम इस तरह की देश विरोधी हरकतें की जा रही हैं, तो समझा जा सकता है कि बाकी दिनों में उनके दिमाग में देश के प्रति किस तरह की भावनाएँ भरी जा रही होंगी। नोटिस में कहा गया है कि स्कूल की मान्यता तुरंत रद्द की जानी चाहिए और बच्चों को दूसरे स्कूलों में दाखिला दिया जाना चाहिए। नोटिस में कहा गया है, स्कूल मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। स्कूल के निदेशक दीपक पंथ ने कहा कि नाटक स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित था। झंडों का इस्तेमाल भारत और पाकिस्तान के विभाजन के दृश्य को दर्शाने के लिए किया गया था। इसमें दोनों देशों के झंडे थे। किसी ने एक दृश्य फिल्माया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हमारे पास स्क्रिप्ट है। हमने बच्चों को स्वतंत्रता की कहानी बताने के लिए एक नाटक का आयोजन किया। हमने माफी भी मांगी है।