इंदौर में आवारा कुत्तों का आतंक, बीस दिनों में ही दो हजार लोगों को काटा

इंदौर। इंदौर में आवारा कुत्तों का आतंक किस तरह से है इसका उदाहरण इस बात से सामने आता है क्योंकि बीते बीस दिनों में ही आवारा कुत्तों ने दो हजार से अधिक लोगों को अपना शिकार बना लिया। जबकि नगर निगम प्रशासन यह दावा करता है कि आवारा कुत्तों पर नियंत्रण करने के लिए नसबंदी की जा रही है बावजूद इसके चाहे कॉलोनियां हो या फिर चाहे गली मोहल्ले आवारा कुत्तों का आतंक कायम है।

बताया गया है कि बीते दो दिन पहले भी कुत्तों के काटने से सौ से अधिक लोग अस्पताल पहुंचे और यहां एंटी रैबीज का इंजेक्शन लगावाया। लाल अस्पताल प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 14 अगस्त से लेकर बीते एक दिन पहले तक 600 से अधिक लोग कुत्तों का शिकार होकर अस्पताल इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। लाल अस्पताल में जहां स्ट्रीट डॉग्स के शिकार सैकड़ों लोग हर दिन इलाज कराने पहुंच रहे हैं, वहीं सांप, बंदर, बिल्ली, चूहों की बाइट से घायल, यानी इनके द्वारा काटे जाने से पीडि़त इलाज कराने पहुंच रहे हैं। अकेले इस माह के इन 20 दिनों में ही बिल्ली, बंदर, चूहों ने भी 118 लोगों को काटा। इसके पहले पिछले माह जुलाई में सांप, बिल्ली ,बंदर चूहों ने 263 लोगों को काटा था। लाल अस्पताल के रिकार्ड के अनुसार 1 अगस्त से 20 अगस्त तक 2 हजार 183 लोग स्ट्रीट डॉग्स की बाइट का शिकार बन चुके हैं। यह आंकड़े जिला स्वास्थ्य विभाग से संबंधित सिर्फ एक सरकारी लाल अस्पताल के हैं। इन आंकड़ों में प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज कराने वाले घायलों की संख्या शामिल नहीं है।