क्रिकेट में कई बदलाव करने वाले शाह अब आइसीसी चेयरमैन
35 वर्षीय जय शाह को निर्विरोध अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का अगला चेयरमैन चुन लिया गया। जिन लोगों ने भी जय शाह के सचिव रहते हुए बीसीसीआई की कार्यशैली को देखा है, वे उनके आईसीसी चेयरमैन बनने से बिल्कुल भी अचंभित नहीं होंगे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति के जाने के बाद जय ने बीसीसीआई का सचिव पद संभाला।
भारतीय क्रिकेट में कई बदलाव करके अपनी अलग छवि बनाने वाले बीसीसीआई सचिव अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर धाक जमाने के लिए तैयार हैं। जब जय शाह बीसीसीआई सचिव बने तो भाजपा के विरोधी उनके खिलाफ हो गए, लेकिन इस युवा प्रशासक ने शुरुआती कुछ महीनों में मीडिया से दूरी बनाई और चुपचाप एक प्रशासक के तौर पर भारतीय क्रिकेट प्रशासन की बारीकियों को सीखा। भारतीय क्रिकेट में वो आमूलचूल बदलाव कर डाले जो बड़े से बड़े क्रिकेट प्रशासक इससे पहले नहीं कर सके। बीसीसीआई उपाध्यक्ष और कांग्रेसी नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि जय के आईसीसी जाने से वहां बहुत अच्छे काम होंगे। उसका कारण यह है कि एक तो वह बहुत मेहनती हैं, दूसरा उनका कोई हित नहीं है, तीसरा वह सिर्फ क्रिकेट की भलाई के बारे में सोचते हैं और चौथा उनके अंदर किसी तरह का लालच नहीं है। ऐसे व्यक्ति के आईसीसी में जाने से वैश्विक क्रिकेट का बहुत भला होगा।