यूएन वीमन इंडिया और नोकिया की मध्यप्रदेश सरकार के साथ साझेदारी

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भोपाल।  यूएन वीमन इंडिया और नोकिया ने मध्यप्रदेश सरकार के साथ साझेदारी में  मेंटरिंग वूमेन, एम्पॉवरिंग फ्यूचर्स (एमडब्ल्यूईएफ)  कार्यक्रम की शुरुआत की है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इसका उद्देश्य युवा महिला एवं छात्राओं को आवश्यक व्यावसायिक कौशल प्रदान करना है, ताकि वे बेहतर ढंग से प्रशिक्षित हो कर तकनीकी उद्योग के क्षेत्र में बेहतर कैरियर बना सकें। इसका उद्देश्य कार्यशालाओं और मेंटरशिप कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाना है जिससे वे आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनकर देश के विकास में सहयोगी बने।

वर्ष 2024 में यह कार्यक्रम प्रदेश के 12 आदिवासी जिलों में प्रारंभ किया गया है, जो ‘डब्ल्यूईएसटीईएम’ कार्यक्रम का हिस्सा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) के क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाना है। यह पहल उन युवा महिलाओं को प्रेरणा और समर्थन प्रदान करने पर केंद्रित है, जो पहले से ही मध्य प्रदेश के चयनित आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में उच्च शिक्षा या व्यावसायिक एसटीईएम शिक्षा पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत हैं।

कार्यक्रम का मुख्य आधार परामर्श और मार्गदर्शन है, जो महिलाओं को एसटीईएम क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने और रोजगार में बने रहने में सहायता करता है। व्यापक और नवीनीकृत दृष्टिकोण से समूह मार्गदर्शन द्वारा मेंटरशिप जोड़ी बनाई जायेगी। छात्राओं को रिज़्यूमे बनाना, साक्षात्कार की तैयारी, कॅरियर निर्माण, डिजिटल कौशल निर्माण, कंपनी में काम करना, व्यक्तिगत ब्रांडिंग, नेतृत्व और अन्य सॉफ्ट स्किल्स पर कार्यशाला का लाभ मिलेगा। अगले तीन महीनों में 100 छात्राओं के लिए समूह मार्गदर्शन सत्र आयोजित किए जायेंगे।
नोकिया की 20 महिला लीडर्स ने प्रतिभाशाली छात्राओं के मार्गदर्शन के लिए स्वेच्छा से मेंटर बनने का निर्णय लिया है। नियमित चेक-इन और प्रतिक्रिया सत्र से यह सुनिश्चित किया जायेगा कि मेंटरशिप कार्यक्रम का अधिकाधिक लाभ छात्राओं को मिल सके।
सचिव तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार रघुराज माधव राजेन्द्रन ने कहा कि ‘यह मेरे लिए गर्व का विषय है कि मैं इस मेंटरशिप कार्यक्रम का हिस्सा हूं, जो यूएन वीमन और नोकिया का संयुक्त प्रयास है, जिसका उद्देश्य एसटीईएम क्षेत्रों में युवा महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें कौशल प्रदान करना है। यह कार्यक्रम विभाग की 100 छात्राओं को 20 अनुभवी नोकिया महिला नेतृत्वकर्ताओं के माध्यम से मूल्यवान मार्गदर्शन प्रदान करेगा, जो उन्हें उनके कॅरियर के लिए आवश्यक तकनीकी कौशल और सॉफ्ट स्किल्स को विकसित करने में मदद करेगा।
निदेशक कौशल विकास हर्षिका सिंह ने कहा किहमारी युवा महिलाओं में आत्मविश्वास का निर्माण केवल कौशल सिखाने तक सीमित नहीं है, यह उनकी असीमित क्षमता में विश्वास जगाने और एसटीईएम क्षेत्र में उनके कौशल को उन्नत करने के लिए एक सहयोगी वातावरण बनाने के बारे में है। ‘हुनर’ जो कौशल विकास एवं रोजगार विभाग का शुभंकर है, कौशल विकास में महिला भागीदारी को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित कर रहा है और हम एक सहायक वातावरण विकसित करने के लिए समर्पित हैं जहाँ हर युवा महिला सफल हो सके और उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें। यूएन वीमन और नोकिया की साझेदारी का उद्देश्य देश के संदर्भ और प्राथमिकताओं के अनुसार महिलाओं की ऑनलाइन दुनिया में भागीदारी को बढ़ाना है। वर्ष 2024 में, यह कार्यक्रम अर्जेंटीना, भारत, जॉर्डन, फिलीपींस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ट्यूनीशिया और तुर्की में लागू किया जा रहा है। यूएन वीमन संयुक्त राष्ट्र की इकाई है जो लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। यह सरकारों और नागरिक समाज के साथ मिलकर कानून, नीतियां, कार्यक्रम तैयार करने में सहयोग करता है।

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