आॅनलाइन ठगी का शिकार 3 लोगों को पुलिस ने दिलवाये 2.11 लाख

दैनिक अवंतिका
उज्जैन। सायबर ठगी करने वाले बदमाशों का शिकार हुए 3 लोगों को पुलिस की आईटी सेल ने 2.11 लाख से अधिक राशि वापस कराने में सफलता प्राप्त की है। ठगी होने के बाद तीनों ने मामले की शिकायत आईटी सेल को लिखित में दर्ज कराई थी। सेल पूर्व में भी कई लोगों की राशि उनके खाते में वापस जमा कर चुकी है। सायबर जालसाजों ने एक के डेबिट कार्ड से पांच बार ट्रांजेक्शन किया था।
कुछ दिन पहले ऋषिनगर एक्सटेंशन में रहने वाले व्यक्ति ने आईटी सेल को शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका भारतीय स्टेट बैंक शाखा माधवनगर में खाता है। जिसके डेबिट कार्ड का उपयोग स्वयं करते है। बावजूद उनके खाते से एमेजॉन पे के माध्यम से किसी बदमाश ने पहली बार में 15 हजार 520, दूसरी बार में 48 हजार 500, तीसरी बार 78 हजार 118, चौथी बार में 42 हजार 790 और पांचवी बार 9 हजार 700 रूपये का ट्रांजेक्शन कर लिया है। सेल एएसआई रामप्रकाश बाजपेई, आरक्षक प्रिंस छाबड़ा और नितिन सिसौदिया ने मामले की जांच शुरू की एमेजॉन पे के अधिकारियों से संपर्क कर ठगी गई राशि को होल्ड कराया और वापस शिकायतकर्ता के खाते में 1 लाख 94 हजार 628 रूपये ट्रांसफर करा दिये।
लोन एप्लीकेशन इंस्टॉल करने पर हुई थी ठगी
आईटी सेल को लालबाई-फूलबाई क्षेत्र के गौतम मार्ग पर रहने वाले व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया था कि उसने इंटरनेट पर इंस्टेंट लोन प्राप्त करने के लिये वीलो के्रडिट नाम बेबसाइड की एप्लीकेशन इंस्टाल की थी। जालसाजों ने उसके कांटेक्ट और फोन में स्टोरेज फोटो अपलोड कर लिये और लोन देने के बजाय उसके फोटो को एडिट कर न्यूड फोटो बनाने के बाद परिचितों के व्हाट्सएप पर भेजने की धमकी देते हुए सामाजिक प्रतिष्ठा कराने करने का डर दिखाकर उसके खाते से यूपीआई के माध्यम से 14 हजार 820 रूपये ट्रासफर करा लिये। आईटी सेल की टीम ने उक्त राशि को भी यूपीआई के माध्यम से वापस लौटने में सफलता प्राप्त कर ली।
लड़की दिखाने के नाम पर मांगे रूपये
आईटी सेल ने एक मामले में पुष्पांजली नगर में रहने वाले युवक की के साथ हुई ठगी के मामले में भी उसके द्वारा ट्रांसफर किये गये 25 सौ रूपये वापस लौटाये है। युवक ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसने मेट्रिमोनियल वेबसाइड पर रिश्ता देखने के लिये फर्जी वेबसाइड पर अकाउंट बना लिया था। उससे रजिस्टेÑशन के नाम पर 25 सौ रूपये शुल्क लिया गया। लेकिन रिश्ता नहीं दिखाया। बाद में उससे लड़की दिखाने के नाम पर ओर राशिक की मांग की जा रही है। आईटी सेल ने शिकायतकर्ता की समस्या का समाधान कर रजिस्ट्रेशन शुल्क लौटवाया और समझाईश दी।