ग्यारह दिनों बाद भी तय नहीं हो सका आयोग का ऑफिस, अब सिरोंज को जिला बनाने की मांग ने पकड़ा जोर
भोपाल। सूबे की मोहन सरकार ने भले ही परिसीमन आयोग का गठन कर दिया हो लेकिन इस बात को ग्यारह दिन हो गए है बावजूद इसके परिसीमन आयोग का ऑफिस तय नहीं किया जा सका है। इधर सिरोंज को जिला बनाने की मांग भी जोर पकड़ने लगी है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने परिसीमन आयोग के गठन के साथ ही जिलों में विसंगतियों का जिक्र किया था। साथ ही सेवानिवृत्त आईएएस मनोज श्रीवास्तव को आयोग का प्रमुख बनाया है। उन्होंने कार्यभार ग्रहण भी कर लिया। हालांकि, अभी सरकार की तरफ से आयोग के कार्यालय से लेकर स्टाफ को लेकर कार्यवाही चल रही है। इस बीच लोग सीधे आयोग के प्रमुख से उनके आवास पर मिलने पहुंच रहे हैं। जानकारी के अनुसार सिरोंज क्षेत्र से लंबे समय से सिरोंज लटेरी को स्वतंत्र जिला बनाने की मांग की जा रही है। जिला बनाओ समिति भी लंबे समय से इस मुद्दे पर काम कर रही है। इस ग्रुप के लोगों ने सिरोंज लटेरी को स्वतंत्र जिला बनाने की मांग को लेकर अपना प्रतिवेदन आयोग के प्रमुख को दिया है। इसके अलावा भी तहसील और विकासखंड स्तर पर लोग अपनी मांग को लेकर पहुंच रहे हैं। बता दें, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य में जिलों की सीमा और प्रशासनिक ढांचे में मौजूद विसंगतियों को दूर करने के उद्देश्य से परिसीमन आयोग के गठन का निर्णय लिया था। उनका कहना है कि यह आयोग इन विसंगतियों को खत्म करने के लिए काम करेगा, जिससे प्रशासनिक कार्यों में सुधार हो सके। आयोग के प्रमुख मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि आयोग की कार्यप्रणाली तय होना है। उन्होंने बताया कि कई महत्वपूर्ण सवालों पर विचार किया जा रहा है, जैसे क्या प्रश्नावली तैयार करना जरूरी है या नहीं, और इस पर तीनों सदस्यों के आने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। आयोग लोगों से लिखित प्रस्ताव लेगा और उन्हें प्रेजेंटेशन का समय भी दिया जाएगा। इसके साथ ही भ्रमण और जनसुनवाई की प्रक्रिया को लेकर भी अभी सब कुछ तय करना है। आयोग की प्रक्रिया तय होने के बाद लोगों के सुझाव और प्रस्तावों को प्राथमिकता से सुना जाएगा।