राष्ट्रीय स्तर की जिम्मेदारी के लिए कमलनाथ तैयार, प्रदेश कार्यकारणी में भी रहेगा दबदबा

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इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही में छिंदवाड़ा में लगातार तीन दिन रहकर विधायकों और कार्यकर्ताओं से मिलने का दरबार लगाया। उन्होंने छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के सभी प्रमुख नेताओं से वन टू वन चर्चा की।

इसी दरबार के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष और एक विधायक के साथ विवाद की खबरें भी सुर्खियां बनी थी। कमलनाथ की प्रदेश की राजनीति में सक्रियता के साथ उतरना चौंकाता है। खास तौर पर कमलनाथ के तेवर से प्रदेश कांग्रेस में हलचल है।

पिछले दिनों लंबे अरसे बाद उन्होंने राहुल गांधी से मुलाकात की। सूत्रों का कहना है कि दोनों के बीच लंबी चर्चा हुई। कांग्रेस में चर्चा है कि कमलनाथ को राष्ट्रीय जवाबदारी मिल रही है। कमलनाथ की सक्रियता को देखकर उनके मालवा और निमाड़ अंचल के समर्थक प्रसन्न हैं।
कांग्रेस के सूत्र बता रहे हैं कि अक्टूबर महीने में श्राद्ध पक्ष के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी का गठन हो जाएगा। जाहिर है कमलनाथ पीसीसी में अपने अधिक से अधिक समर्थकों को जगह दिलाने में कामयाब हो सकते हैं। दरअसल, मध्य प्रदेश में 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी हार के बाद कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया था उनकी जगह जीतू पटवारी को प्रदेश की कमान दी गई थी।
इसके बाद से कमलनाथ प्रदेश की राजनीति से दूरी बनाई हुई थी। हालांकि वह सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव रहे हैं। लेकिन अब कमलनाथ एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में धमाकेदार एंट्री कर सकते है। ऐसी अटकले लगाई जाने लगी है और इन अटकलों को दिल्ली में कमलनाथ और राहुल की मुलाकात ने हवा दे दी है। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने राहुल गांधी से दिल्ली में मुलाकात की है।
माना जा रहा है कि कमलनाथ नई भूमिका में नजर आ सकते है। कांग्रेस पार्टी कमलनाथ को चुनावी राज्यों में कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। जल्द ही कमलनाथ पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ को हरियाणा या महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

 

मिली जानकारी के अनुसार कमलनाथ ने राहुल गांधी के आवास पर करीब 30 मिनट मुलाकात की थी। कमलनाथ के मीडिया सलाहकार की माने तो दोनों के बीच प्रदेश की राजनीति को लेकर गहन चर्चा हुई है। हालांकि मुलाकात के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे।
जीतू पटवारी भी कमलनाथ के साथ दिल्ली पहुंचे थे। कमलनाथ की राहुल से मुलाकात के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस कमलनाथ को फिर से राजनीति में एक्टिव करना चाहती है।
कांग्रेस कमलनाथ को राष्ट्रीय राजनीति में वापस लाकर चुनावी राज्यों की कामान सौंप सकती है। इतना ही नहीं नाथ को मध्य प्रदेश की राजनीति में भी अहम रोल दे सकती है। फिलहाल अटकलों का बाजार गर्म है।

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