सीहोर। तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसाद में चर्बी मिलाए जाने का मामला सामने आने के बाद अब सलकनपुर देवीधाम में मिलने वाले लड्डुओं की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। सलकनपुर मंदिर ट्रस्ट समिति ने खुद इस बात की शिकायत की है कि मंदिर प्रांगण में बेचे जा रहे लड्डुओं से अजीब महक आती है।
समिति ने भक्तों से निवेदन करते हुए कहा कि मंदिर में बेचे जा रहे लड्डू बिल्कुल न खरीदें। इसकी गुणवत्ता की न तो जांच रिपोर्ट है और न ही कोई गारंटी। इसके साथ ही मंदिर ट्रस्ट द्वारा कलेक्टर और एसपी से सलकनपुर मंदिर प्रांगण में लड्डू बेचना प्रतिबंधित करने की मांग की गई है। वहीं, कलेक्टर का कहना है कि लड्डुओं के सैंपल लेकर उसकी जांच कराई जाएगी। नवरात्र की तैयारियों से संबंधित बैठक में मंदिर ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष महेश उपाध्याय एवं अन्य सदस्यों ने कलेक्टर प्रवीण सिंह और एसपी मयंक अवस्थी को लिखित शिकायत दी, जिसमें कहा कि देवीधाम परिसर में मंदिर का मोनो लगाकर स्वसहायता समूह द्वारा प्रसाद के रूप में बेचे जा रहे लड्डुओं की गुणवत्ता की कोई गारंटी नहीं है। लड्डुओं में किस तरह की सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, इस पर किसी भी जांच लैब का कोई प्रमाणीकरण नहीं है। कई दर्शनार्थियों ने इसकी शिकायत भी की है। इससे मंदिर की प्रतिष्ठा पर भी सवाल उठ सकते हैं, जबकि इनकी शुद्धता की मंदिर प्रबंधन की कोई जवाबदेही नहीं है। इस संबंध में ट्रस्ट ने एसडीएम बुधनी राधेश्याम बघेल, तहसीलदार रेहटी भपेंद्र कैलाशिया, एसडीओपी शशांक सिंह गुर्जर, रेहटी टीआइ राजेश कहारे को भी पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया है।