मोबाइल के माध्यम से पशुओं का होगा डेटा कलेक्शन….योजनाओं की भी करेंगे जांच
उज्जैन। पूरे प्रदेश के साथ ही उज्जैन जिले में भी अब मोबाइल एप के माध्यम से पशुओं की गणना होगी। इसके साथ ही आगामी दिनों के भीतर केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की भी जांच निरीक्षण दल द्वारा किया जाएगा कि आखिर जो योजनाएं पशुपालन के क्षेत्र में संचालित हो रही है उसे अमली जामा पहनाया जा रहा है या फिर नहीं।
प्रदेश में अब मोबाइल के माध्यम से पशुओं की गणना की जाएगी। पशुपालन विभाग के अधिकारी और टीम इसके माध्यम से पशुओं का डेटा कलेक्शन कर इसे मोबाइल एप में फीड करेंगे। इसके लिए डेटा कलेक्शन करने के साथ इसमें जानकारी होगी कि मेल, फीमेल कितने पशु हैं। साथ ही पशुओं की राज्यवार जानकारी होगी। पशुओं की 219 नस्ल हैं। इसमें विमुक्त घुमक्कड़ के पास कितनी नस्ल के पशु हैं? इनसे जानकारी लेंगे। इसके बाद आगे की योजनाओं पर विचार किया जाएगा। यह जानकारी पशुपालन विभाग के संचालनालय में मध्य प्रदेश में संचालित योजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए आए भारत सरकार के मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा गठित राष्ट्रीय निगरानी दल के अफसरों ने बताई। उनका कहना है कि पशुगणना के साथ पशुओं की अन्य जानकारी भी जुटाई जाएगी।
इन योजनाओं का किया जा रहा है मूल्यांकन
विभाग द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग पशुपालकों एवं ग्रामीणों के पशुधन स्वास्थ्य एवं नियंत्रण कार्यक्रमों हेतु संकल्पित है। राष्ट्रीय स्तर निगरानी समिति द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन, राष्ट्रीय पशुधन मिशन, राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम, पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम का मूल्यांकन किया जाना है। उक्त कार्यक्रम पशुधन सांख्यिकी प्रभाव भारत सरकार द्वारा अंतर्गत किया जा रहा है। अत: प्रदेश की मॉनिटरिंग दल के साथ जगत हजारिका एडवाइजर सांख्यिकी भारत सरकार एवं वीपी सिंह डायरेक्टर सांख्यिकी दल के साथ पर्यवेक्षण हेतु उपस्थित रहेंगे।