माउंट धौलागिरी पर फिसलने से पांच रूसी पर्वतारोहियों की मौत
काठमांडू। नेपाल की 7 हजार मीटर की अधिक ऊंचाई वाले माउंट धौलागिरी में फिसलने से पांच रूसी पर्वतारोहियों की मौत हो गई। हेली एवरेस्ट के उपाध्यक्ष मिंगमा शेरपा के मुताबिक, इन पर्वतारोहियों ने शरद ऋतु के दौरान दुनिया की इस सातवीं सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई शुरू थी। मिंगमा खुद भी पर्वतारोही हैं और वह लापता पर्वतारोहियों के लिए शुरू किए गए खोज अभियान का हिस्सा थे। मृतकों की पहचान अलेक्जेंडर दुशेयको, ओलेग क्रुग्लोव, व्लादिमीर चिस्तिकोव, मिखाइल नोसेंको और दिमित्री शापिलेवोई के रूप में हुई है। चोटी पर चढ़ते समय इन पर्वतारोहियों का सुबह छह बजे बेस कैंप से संपर्क टूट गया था।
शेरपा ने बताया कि ये सभी पर्वतारोही एक ही रस्सी की मदद से 8,167 मीटर ऊंची चोटी की ओर जा रहे थे, तभी वे लापता हो गए। इसके बाद हेलिकॉप्टर ने उन्हें 7,700 मीटर की ऊंचाई पर मृत पाया।
नेपाल के पर्यटन विभाग के निदेशक राकेश गुरुंग ने बताया कि खराब मौसम के चलते सोमवार को बचाव कार्य नहीं किया जा सका। उन्होंने बताया कि एक अन्य रूसी पर्वतारोही को हेलिकॉप्टर के जरिए बेस कैंप से बचाया गया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि ऊंचाई वाले इलाके से इन मृतक पर्वतारोहियों को कब और कैसे नीचे लाया जाएगा।
इस बीच, उत्तरी नेपाल के रसुवा और नुवाकोट जिलों की सीमा सूर्यकुंड इलाके में पोलैंड के एक यात्री सोंविंस्का अग्निज्का (23 वर्षीय) की भी सोमवार की रात ट्रैकिंग के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि उसकी मौत ऊंचाई पर होने वाली बीमारी के कारण हुई।