महाकाल मंदिर सुरक्षा में तैनात प्लाटून कमांडर को किया बहाल
उज्जैन। महाकाल मंदिर गेट नम्बर 4 के सामने तेज बारिश में दीवार गिरने पर हुए हादसे में कलेक्टर ने मंदिर सुरक्षा प्रभारी के रूप में तैनात प्लाटून कमांडर को निलंबित कर दिया था। कमांडर ने अपने निलंबन को लेकर अपील की थी। सोमवार को होमगार्ड्स नागरिक सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन के डायरेक्टर जनरल ने निलबंन को तत्काल प्रभारी से समाप्त की प्लाटून कमांडर की बहाली के आदेश जारी कर दिये।
29 सितंबर की रात हुई तेज बारिश के बीच महाकाल मंदिर के सामने दीवार गिरने से हुए हादसे में 2 लोगों की जान चली गई थी और मासूम के साथ एक महिला घायल हो गई थी। कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दिये थे और एसडीएम को जांच सौंपी गई थी। 2 दिन बाद महाकाल मंदिर सुरक्षा प्रभारी के रूप में तैनात होमागर्ड के प्लाटून कमांडर दिलीप बामनिया को निलंबित कर दिया गया था। उन पर अतिक्रमण हटाने संबंधी कार्यो में लापरवाही का आरोप लगा था, जबकि अतिक्रमण हटाने में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। निलंबन आदेश के बाद प्लाटून कमांडर बामनिया ने प्रतिवेदन विभाग के अधिकारियों को भेज अपील की थी।। जिस पर जिला सेनानी द्वारा मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 उपनियम (5) (घ) के अधीन प्रदत्त शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए प्लाटून कमांडर दिलीप बामनिया के निलबंन आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर बहाली का आदेश जारी कर दिया। मध्यप्रदेश भोपाल होमगार्ड्स, नागरिक सुरक्षा एंव आपदा प्रबंधन के डायरेक्टर जनरल अरविन्द कुमार ने बाहली आदेश जारी करते हुए प्रकरण में निलंबन अवधि का निकाल प्रचलित जांच के अंतिम निराकरण उपरांत करने के आदेश दिये है। प्रकरण में अंतिम निराकरण होने तक प्लाटून कमांडर बामनिया महाकाल मंदिर सुरक्षा ड्युटी में तैनात रहेगेंं।
थाना प्रभारी को किया गया था निलंबित
महाकाल मंदिर के सामने दिवार हादसे में महाकाल थाना प्रभारी अजय वर्मा को भी निलंबित कर दिया गया था। उन पर भी अतिक्रमण नहीं हटाने का आरोप लगा है। जबकि अतिक्रमण हटाने का काम नगर निगम है। थाना प्रभारी के निलंबन के बाद पुलिस जमकर ट्रोल हुई थी और सोशल मीडिया पर पुलिस के दिवार पकड़कर मीम वायरल किये थे। जिस पर डीजीपी ने भी संज्ञान लिया था। अब देखना है कि प्लाटून कमांडर की बहाली के बाद थाना प्रभारी की बहाली कब होती है।