कार्तिक-अगहन मास में निकलेगी बाबा महाकाल की चार सवारी

उज्जैन। श्रावण-भादौ और दशहरा पर्व के बाद राजाधिराज भगवान महाकाल कार्तिक एवं अगहन मास में भी भक्तों को दर्शन देने के लिए राजसी ठाठबाट से नगर भ्रमण पर निकलेगें। इसमें दो सवारी कार्तिक मास और दो सवारी अगहन मास में निकलेगी।

इसके अलावा वैकुंठ चतुर्दशी पर हरिहर मिलन की सवारी पर भगवान महाकाल रात 12 बजे ठाठबाट से भगवान गोपाल जी से मिलने द्वारकाधीश मंदिर पहुंचेगें। पूजन के बाद देर रात में ही सवारी वापस महाकाल मंदिर पहुंचती है। महाकालेश्वर मंदिर में ग्वालियर के पंचांग से ही सारे पर्व व त्योहार मनाए जाते हैं। मंदिर से निकलने वाली सवारियों का संचालन भी पंचांग में दी गई तिथि के अनुसार होता है। मंदिर से प्रतिवर्ष श्रावण-भादौ मास के अलावा दशहरा पर फ्रीगंज तक सवारी आती है। इसके बाद कार्तिक-अगहन मास में भी प्रति सोमवार को मंदिर के आंगन से भगवान महाकाल की चार सवारी निकलती है। वहीं एक सवारी दिपावली के बाद वैकुंठ चतुर्दशी पर निकलेगी।