सिंहस्थ के पहले इंदौर उज्जैन के बीच मेट्रो चलाने की कवायद

 

उज्जैन, इंदौर। सूबे के सीएम डॉक्टर मोहन यादव आगामी सिंहस्थ के पहले इंदौर उज्जैन के बीच मेट्रो रेल चलाने के  लिए कवायद कर रहे है। हालांकि उन्हें यह उम्मीद है कि उनके प्रयास रंग लाएंगे और आने वाले सिंहस्थ में यात्रियों को इंदौर उज्जैन तक सफर करने में मेट्रो रेल का सफर आनंददायक रहेगा।

इंदौर से उज्जैन के बीच मेट्रो रेल की सौगात सीएम डॉ. मोहन यादव सिंहस्थ से पहले देने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं, इसके लिए अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को इसी महीने परियोजना के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन से एक डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मिलने की उम्मीद है। प्रस्तावित मेट्रो मार्ग के सुपर कॉरिडोर डिपो से आगे बढ़ने की उम्मीद है, जो लवकुश चौराहे से होकर गुजरेगा और लगभग 45 किमी लंबे इंदौर-उज्जैन राजमार्ग के समानांतर चलेगा।
एमपीएमआरसीएल के प्रबंध निदेशक एसके चैतन्य ने परियोजना के बारे में आशा व्यक्त करते हुए कहा कि डीपीआर प्राप्त होने के बाद, इसे बजट अनुमोदन के लिए राज्य सरकार को भेजा जाएगा। अधिकारियों का लक्ष्य 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ मेले से पहले इस परियोजना को पूरा करना है, ताकि पवित्र शहर में आने वाले लाखों तीर्थ यात्रियों के सफर को सुविधाजनक बनाया जा सके। गौरतलब है, सीएम डॉ. यादव इसके लिए पहले ही अपना रुख साफ कर चुके हैं। सिंहस्थ से पहले इंदौर-उज्जैन मार्ग को भी 6 लेन करने की तैयारी शुरू हो गई है। यदि इंदौर-उज्जैन मेट्रो रेल परियोजना लागू की जाती है, तो इससे दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, यात्रा का समय कम होगा और क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। एमपीएमआरसीएल ने अगले साल जनवरी तक लगभग 6 किमी लंबे सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर में इंदौर मेट्रो का व्यावसायिक संचालन शुरू करने का दावा किया है।

Author: Dainik Awantika