उज्जैन। दिपावली के दूसरे दिन दोस्तों के साथ ढोढर गया युवक विवाद होने के बाद लापता हो गया। पुलिस ने विवाद का मामला दर्ज ना कर गुमशुदगी दर्ज कर ली। घटनाक्रम रतलाम एसपी के पास पहुंचा तो युवक की तलाश के लिये एसआईटी गठित की और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया। चिमनगंज थाना क्षेत्र के राजीवनगर स्थित गली नम्बर 5 में रहने वाला लोकेश पिता भंवरलाल तंबोलिया 1 नवम्बर को दोस्तों के साथ ढोढर स्थित परवलिया बांछडा डेरे पर गया था। जहां सिगरेट लेने की बात पर दुकान लगाने वाले यश चौहान से विवाद हो गया। लोकेश और उसके दोस्तो ने दुकान वाले को चाकू दिखाकर धमकाया और रवाना हो गये। उसके बाद ठाकुर ढाबे पर खाना खाने पहुंचे। यश उनकी तलाश करते हुए साथियों के साथ तीन से चार बाइक पर सवार होकर ढाबे पर पहुंच गया। लोकेश और उसके दोस्त जान बचाकर भागे, दोस्त भागने में सफल हो गये, लेकिन लोकेश का साथ छूट गया। कुछ देर बाद दोस्तों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कहीं नहीं मिला। सभी दोस्त उज्जैन लौट आये और परिजनों को घटना बताई। दूसरे दिन लोकेश का भाई रोहित तम्बोलिया ढोढर पुलिस चौकी पहुंचा और भाई के साथ हुए विवाद का घटनाक्रम बताकर नहीं लौटने की बात कही। चौकी प्रभारी कन्हैया अवश्या ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। मंगलवार तक लोकेश का पता नहीं चलने पर भाई ने रतलाम एसपी अमित कुमार को घटनाक्रम से अवगत कराया। जिसके बाद सामने आया कि चौकी प्रभारी ने मामला विवाद का होने पर गुमशुदगी दर्ज की और युवक को तलाश करने में लापरवाही बरती। एसपी ने चौकी प्रभारी को निलंबित कर युवक की तलाश के लिये एएसपी राजेश खाका के निर्देशन में एसआईटी घटित कर दी। एसआईटी ने जांच शुरू की और लोकेश के साथ परवलिया डेरे पर उसके साथ गये दोस्तों रोहित, सोमिक, आनंद, लखन, गुड्डू, कार्तिक और सौरभ से पूछताछ कर दुकान वाले का पता लगाया। जिससे पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि दुकान वाला यश और उसके साथी अपराधिक प्रवृति के है। जिसके चलते पुलिस ने परवलिया डेरे पर बने मकानों को जेसीबी से जमीदोंज कर दिया। लापता लोकेश की तलाश जारी है।