सर्वार्थ सिद्धि योग में इस बार की देव प्रबोधिनी एकादशी, शुरू होंगे मांगलिक कार्य
उज्जैन। 12 नवंबर को देव प्रबोधिनी या देव उठनी एकादशी है। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार की देव प्रबोधिनी एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग है वहीं इसी दिन से मांगलिक कार्यों की भी शुरुआत हो जाएगा।
ज्योतिषियों ने बताया कि सर्वार्थ सिद्धि योग में देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को मनाई जायेगी। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को इस जगत के पालनहार श्री विष्णु के योग निंद्रा से जागने के साथ ही मांगलिक कार्य शुरु हो जायेंगे और विवाह की शहनाई बजने लगेगीं। एकादशी के दिन चातुर्मास समाप्त होते हैं। इसके बाद से ही सभी मांगलिक और शुभ कार्य प्रारंभ हो जाते हैं। इस दिन व्रत रखने और विधि पूर्वक विष्णु जी की उपासना करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। देवउठनी एकादशी को शाम सात बजकर 10 मिनट तक हर्षण योग का निर्माण हो रहा है। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण सुबह सात बजकर 52 मिनट से हो रहा है जो 13 नवंबर को सुबह पांच बजकर 40 मिनट पर समाप्त हो रहा है। साथ ही रवि योग का संयोग देवउठनी एकादशी पर बन रहा है। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 11 नवंबर को शाम छह बजकर 46 मिनट पर शुरू होगी और 12 नवंबर को शाम चार बजकर चार मिनट पर समाप्त होगी। इस प्रकार 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। देवउठनी एकादशी का पारण 13 नवंबर को किया जाएगा।
विवाह के मुहूर्त
12, 13, 16, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28 और 29 नवंबर तिथियां विवाह के लिए शुभ रहेंगी। 2, 3, 4, 5, 9, 10, 11, 13, 14, 15, दिसंबर तिथि विवाह के लिये शुभ रहेगी।