58 किलोमीटर के रूट पर होंगे 7 स्टेशन, इंदौर-उज्जैन मेट्रो : 7 हजार करोड़ में होगी डीपीआर तैयार
इंदौर। सिंहस्थ में इंदौर- उज्जैन का सफर मेट्रो से कराने की प्रदेश सरकार के मुखिया ने ठान ली है। इसके लिए सीएम ने सात हजार करोड़ की लागत रखते हुए अधिकारियों को दो महीने में मेट्रो की डीपीआर तैयार करने के दिशा निर्देश दिए हैं।
इंदौर-उज्जैन के बीच 58 किमी की दूरी को सिंहस्थ से पहले पाटने के लिए सीएम ने कमर कस ली है। इसके लिए उन्होंने मीटिंग कर दो माह में डीपीआर बनाने के निर्देश भी दे दिए हैं।
इस रूट पर 7 मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इंदौर से उज्जैन के साथ ही पीथमपुर, देवास की दूरी भी मेट्रो से पूरी करने की कवायदें चल रही है, मगर सीएम सिंहस्थ के पहले इंदौर उज्जैन मेट्रो शुरू कराने में लग गए हैं।
इतना ही नहीं अभी तक मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने इंदौर से उज्जैन, पीथमपुर, देवास के बीच मेट्रो के लिए फिजिबिलिटी सर्वे कर इसकी रिपोर्ट दे दी है।
लाखों लोगों को मिलेगी राहत —
इंदौर-उज्जैन मेट्रो शुरू होने से 200 से ज्यादा टाउनशिप, एक हजार से ज्यादा कॉलोनियों के लोगों को राहत मिलेगी। इतना ही नहीं सड़क से यातायात का दबाव भी कम हो जाएगा।
सूत्र बताते हैं कि बायपास पर विकास योजना को मंजूरी देने के लिए टीएनसीपी को इस पर अमल करने को कहा गया है। इसके बाद ही टीएनसीपी ने जमीन मालिकों 300 से ज्यादा आपत्तियां व सुझाव भी आए हैं।
इन पर जल्द सुनवाई कर योजना का नोटिफिकेशन कर जमीन मालिकों से एग्रीमेंट की तैयारी की जा रही है। नगर निगम ने 450 करोड़ का प्लान एनएचएआई को भेज दिया है।
नया विकास प्लान किया मंजूर —
इतना ही नहीं सरकार ने बायपास पर हो रहे आवासीय विकास को देखते हुए इसका नया विकास प्लान मंजूर कर दिया है।
बायपास के कंट्रोल एरिया की जमीनों के लिए लैंड यूज में बदलने की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में फोनलेन को सिक्स लेन में तब्दील किया जाएगा।
बायपास के दोनों ओर सर्विस लैन बनने से अब यह फोर लेन हो जाएगी, जो वर्तमान में टूलेन है।