आखिर क्यों जीतू पटवारी के सम्बन्ध कमलनाथ से नहीं सुधर रहे ? प्रदेश में कांग्रेस की हालत पहले से खराब
इंदौर। प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी के गठन से जाहिर है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह के बीच सुलह हो गई है।
सूत्रों के अनुसार केसी वेणुगोपाल ने दोनों के बीच सुलह कराई है। राहुल गांधी ने यह जिम्मेदारी वेणुगोपाल को दी थी। भंवर जितेंद्र सिंह कल विजयपुर और बुधनी के प्रवास पर भी थे। जीतू पटवारी भी उनके साथ थे। लंबे अरसे बाद प्रदेश प्रभारी ने मध्य प्रदेश की यात्रा की।
लेकिन जिस तरह से कमलनाथ में विजयपुर और बुधनी से दूरी बनाई है उससे जाहिर है कि पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। दरअसल, मध्य प्रदेश में बुधनी और विजयपुर के टीम चुनाव प्रचार में जुटी है, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण उनका चार दिवसीय दौरा रद्द कर दिया गया है।
पहले कमलनाथ 5 और 6 नवंबर को बुधनी और विजयपुर में जनसभाएं करने वाले थे, लेकिन अब वे चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लेंगे। कमलनाथ का बुधनी और विजयपुर में दौरा कार्यक्रम प्रस्तावित था। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर विजयपुर के मतदाओं से अपील करते हुए कहा कि वे दलबदल और सौदेबाजी को रोकने के लिए मतदान करें। उन्होंने कहा कि विजयपुर की जनता को पूर देश को यह संदेश देना चाहिए कि वे धोखेबाजी के खिलाफ हैं और सच्चाई तथा न्याय के साथ खड़े हैं। जनता समझे सौदा पद का नहीं उनके वोटों का हुआ है कमलनाथ ने कहा कि जिन दिन जनता ने सौदेबाजी और खरीद फरोख्त को खारिज कर दिया, उसी दिन लोकतंत्र पवित्र हो जाएगा।
उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे यह समझें कि सौदा केवल किसी पद या दल का नहीं, बल्कि उनके वोटों को है। विजयपुर की जनता को इस बार विधायक चुनने के लिए नहीं, बल्कि दलबदल और सौदेबाजी को रोकने के लिए मतदान करना होगा।
बहरहाल, कमलनाथ के समर्थक बता रहे हैं कि उनके नेता जीतू पटवारी की कार्यशैली से खुश नहीं हैं। हालांकि जीतू पटवारी और कमलनाथ दोनों ही नेता ऑन रिकॉर्ड मतभेद होने का खंडन करते हैं।